शेयर बाजार 463 अंक लुढ़का, निफ्टी मार्च के बाद पहली बार 11 हजार से नीचे गिरा
घरेलू और विदेश की चिंताओं में घिरे शेयर बाजारों में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स 750 अंकों की भारी गिरावट दर्ज करने के बाद 463 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ जबकि एनएसई निफ्टी मार्च के बाद पहली बार 11 हजार से नीचे गिर गया। पांच जुलाई को आम बजट आने के बाद से निफ्टी में 800 और सेंसेक्स में 2,400 से ज्यादा अंकों की गिरावट आ चुकी है। कमजोर आर्थिक आंकड़े, विदेशी निवेश बाहर निकलने और निराशाजनक वित्तीय नतीजों से बाजार के सेंटीमेंट प्रभावित हुए।
कोर सेक्टर से लेकर ऑटो तक में सुस्ती
घरेलू स्तर पर विकास को लेकर चिंताओं ने निवेशकों को परेशान किया। बुधवार को बाजार बंद होने के बाद जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ प्रमुख उद्योगों की विकास दर जून में घटक महज 0.2 फीसदी रह गई। यह गिरावट मुख्य रूप से तेल से संबंधित क्षेत्रों और सीमेंट में दिखाई दी। इसके अतिरिक्त सरकार का राजकोषीय घाटा जून तिमाही में 4.32 लाख करोड़ रुपये का स्तर छू गया जो वित्त वर्ष 2019-20 के बजट अनुमान का 61.4 फीसदी है। गुरुवार को ऑटो कंपनियों की बिक्री के आंकड़ों ने भी निराशाजनक तस्वीर पेश की। मारुति सुजुकी की बिक्री जुलाई में 33 फीसदी गिर गई।
अमेरिका की ब्याज दर दशक में सबसे नीचे
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व में बेंचमार्क लेडिंग रेट 0.25 फीसदी घटाकर 2-2.25 फीसद कर दिया। एक दशक में पहली बार ब्याज दर इतने निचले स्तर तक कम हुआ है। हालांकि फेडरल रिजर्व के प्रमुख ने कहा कि ब्याज दरों में लंबी गिरावट की यह कोई शुरूआत नहीं है। अमेरिकी ब्याज दर घटने से दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आ गई।
सत्र के मध्य में सेंसेक्स 750 अंक लुढ़का
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 462.80 अंकों की गिरावट के साथ 37,018.32 पर रह गया। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 750 अंकों से भी ज्यादा गिर गया। हालांकि बाद में थोड़ा सुधार दर्ज किया गया। इसी तरह निफ्टी 138 अंकों की गिरावट के साथ 10,980 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में शामिल वेदांता में सबसे ज्यादा 5.55 फीसदी की गिरावट आई। इसके अलावा टाटा मोटर्स, एसबीआइ, यस बैक, भारती एयरटेल और इन्फोसिस में 4.50 फीसदी तक की गिरावट रही। दूसरी ओर मारुति, पावर ग्रिड, रिलायंस, बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, एचयूएल और एनटीपीसी में 1.86 फीसदी की तेजी रही।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली भी जारी
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव भी जारी है। बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 1497.07 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। एशियाई के दूसरे बाजारों की बात करें तो शंघाई कंपोजिट इंडेक्स, हैंग सेंग और कोपसी के सूचकांक गिरावट के साथ बद हुए जबकि निक्केई में सुधार दिखाई दिया।