सेंसेक्स की 479 अंक की लंबी छलांग
ब्रोकरों ने कहा कि मई श्रृंखला की शुरुआत में व्यापक स्तर पर लिवाली, रिफाइनरी शेयरों में तेजी तथा वित्त विधेयक, 2015 पारित होने से भी तेजी की धारणा को बल मिला। इस बीच, ओएनजीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज व इन्फोसिस के शेयरों में जोरदार बढ़त से बीएसई में सूचीबद्ध शेयरों का बाजार पूंजीकरण फिर 100 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
गुरुवार को सेंसेक्स अपने करीब चार माह के निचले स्तर पर चला गया था। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को संसद में स्पष्ट किया कि न्यूनतम वैकल्पिक कर (मैट) प्रतिभूतियों की बिक्री पर होने वाले पूंजीगत लाभ, रायल्टी, तकनीकी सेवा शुल्क व ब्याज आय पर लागू नहीं होगा। ब्रोकरों ने कहा कि बाजार अत्यधिक बिक्री की स्थिति में पहुंच गया था, जिसके बाद इसमें लिवाली लौटी है। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 27,204.63 अंक पर मजबूत रख के साथ खुलने के बाद दिन के उच्च स्तर 27,537.85 अंक तक गया। अंत में यह 479.28 अंक या 1.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 27,490.59 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 8,300 अंक का स्तर पार कर 8,346 अंक के उच्च स्तर तक पहुंचा। अंत में यह 150.45 अंक या 1.84 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8,331.95 अंक पर बंद हुआ। दो महीने में यह एक सत्र में सबसे अधिक बढ़त है। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में ऊपर चल रहे थे। इस बीच, अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने गुरुवार को 3,157.61 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,460.80 करोड़ रुपये की लिवाली की।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में 27 में सोमवार को लाभ रहा। ओएनजीसी में सबसे अधिक 7.57 प्रतिशत की बढ़त रही। बजाज आटो में 7.4 प्रतिशत, सिप्ला में 5.80 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 4.72 प्रतिशत, भेल में 3.29 प्रतिशत, हिंडाल्को में 3.25 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्टीज में 3.20 प्रतिशत, भारती एयरटेल में 2.96 प्रतिशत, एचडीएफसी में 2.81 प्रतिशत, एसबीआई में 2.68 प्रतिशत, डॉ. रेड्डीज में 2.67 प्रतिशत, इन्फोसिस में 2.67 प्रतिशत व हीरो मोटोकार्प में 2.43 प्रतिशत का लाभ रहा। स्मालकैप सूचकांक में 2.06 प्रतिशत व मिडकैप में 1.28 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई।