दूसरे बैंक के ATM से कैश निकालना होगा महंगा, जानें नए नियम
यदि आप अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालने के लिए किसी दूसरी बैंक के एटीएम का प्रयोग करते हैं तो अगस्त से आपको इसके लिए ज्यादा चार्ज देना पड़ेगा। क्योंकि अगस्त से भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को अपने इंटरचेंज चार्ज में बढ़ोतरी करने की अनुमति दी है। वर्तमान में बैंक हर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन पर इंटरचेंज चार्ज के रूप में 15 रुपये लेता हैं। जिसे 2 रुपये बढ़ा कर अब इसकी कीमत 17 रुपये कर दी जाएगी। वहीं नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन के लिए वर्तमान में जहां 5 रुपये का इंटरचेंज चार्ज देना पड़ता है उसे बढ़ा कर 6 रुपये कर दिया जाएगा। इसके साथ ही इंटरचेंज चार्ज के साथ ही इससे जुड़े टैक्स भी उप्भोक्ता को अलग से अदा करना पड़ेगा। आरबीआई के मुताबिक एटीएम के रख-रखाव में होने वाले खर्चों के लिए यह फैसला किया गया है।
आरबीआई के संशोधित नियमों के मुताबिक ग्राहक अपने बैंक के एटीएम से हर महीने पांच फ्री ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। वहीं दूसरे बैंकों के एटीएम से ग्राहक मेट्रो सिटी में तीन और नॉन-मेट्रो सिटी में पांच फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके अलावा हर ट्रांजेक्शन में ग्राहक को अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ेगा।
क्या होता इंटरचेंज चार्ज
जब कोई ग्राहक अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ज से पेमेंट करता है तो इस पेमेंट को प्रोसेस करने वाले मर्चेंट के बैंक अकाउंट से ट्रांजेक्शन फीस ली जाती है। ग्राहक जब भी अपने अलावा किसी और एटीएम का इस्तेमाल कर पैसे निकालता है तो आपका बैंक और उस दूसरे बैंक को इंटरचेंज शुल्क प्रदान करता है। इसी को इंटरचेंज चार्ज करते हैं।
बता दें आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक 1 जनवरी, 2022 से ट्रांजेक्शन चार्ज के रूप में नई संशोधित दरें लागू हो जाएंगी। यदि ग्राहक लिमिट से ज्यादा दूसरे एटीएमस से पैसे निकालेगा तो उसे 20 रुपये का अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा।