बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक इरफान ने मनवाया लोहा, एक नेशनल, तीन फिल्मफेयर अवार्ड से हुए थे सम्मानित
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक लोहा मनवाने वाले अभिनेता इरफान खान का मुबंई के कोकिलाबेल अस्पताल में निधन हो गया है। इरफान लंबे समय से बीमार चल रहे थे, लेकिन लंदन में इलाज के बाद उनकी हालत थोड़ी ठीक हो गई थी और उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग भी की थी। लेकिन, मंगलवार को उनकी तबीयत फिर खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसके बाद आज उन्होंने अंतिम सांस ली।
इरफान खान का नाम बॉलीवुड के उन कलाकारों में शुमार है, जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर अपनी फैन फॉलोइंग बनाई। इरफान खान राजस्थान के जयपुर से आते थे और उनके माता-पिता राजस्थान के टोंक के रहने वाले थे। हाल ही में उनकी मां की मौत हुई थी। ऑलराउंडर अभिनेता इरफान खान ने अपनी अभिनय प्रतिभा के बल पर हर वर्ग के दर्शकों प्रभावित किया है। अभिनेता इरफान ने अब तक बॉलीवुड में फिल्मों में विलेन, सहायक अभिनेता, पैरेलल हीरो की भूमिका निभाई है।
टीवी, बॉलीवुड और हॉलीवुड
इरफान को बचपन से ही अभिनय का शौक रहा है। उन्हें केवल फिल्मों में नहीं बल्कि सीरियल्स में भी काम किया है। चाणक्य, चंद्रकांता, स्टार बेस्ट सेलर्स जैसे धारावाहिकों में इरफान ने बेहतरीन अभिनय किया। यहीं से फिल्मों के रास्ते बन गए। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया और हॉलीवुड में भी इरफान ने अपना हुनर दिखाया। खान की पहली फिल्म 'सलाम बॉम्बे' थी जिसमें उनका रोल छोटा सा था। उनकी हिट फिल्मों की बात कर तो इरफान ने 'पान सिंह तोमर', 'द लंचबॉक्स', 'तलवार', 'लाइफ ऑफ पाई', 'मुंबई मेरी जान', 'साहेब बीवी और गैंगस्टर रिटर्नस', 'हिंदी मीडियम', 'मकबूल' जैसी फिल्मों से अपना लोहा मनवाया। वहीं, उनकी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम है, जो पिछले महीने ही रिलीज हुई है।
इरफान हॉलीवुड मे भी एक जाना पहचाना नाम हैं। वह ए माइटी हार्ट, स्लमडॉग मिलियनेयर और द अमेजिंग स्पाइडर मैन फिल्मों मे भी काम कर चुके हैं।
एक नेशनल, तीन फिल्मफेयर अवार्ड और पद्मश्री से सम्मानित
7 जनवरी 1967 को जन्मे इरफान खान का अभिनय का जादू ही तो था कि उन्होंने एक नेशनल और तीन फिल्मफेयर अवार्ड जीते। इसके अलावा उन्हें 2011 को पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाजा गया है।
हासिल फिल्म के लिए उन्हें साल 2004 में फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ विलेन पुरस्कार से नवाजा गया था। 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफ़ान खान को फिल्म पान सिंह तोमर में अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार दिया गया। 'आप जिस्म है तो मैं रूह, आप फानी में लफानी', इरफान खान के ऐसे डायलॉग, जो आज भी लोगों के जेहन में मौजूद हैं। इसी अंदाज के लिए उन्हें स्क्रीन अवॉर्ड-बेस्ट परफॉर्मेंस निगेटिव रोल मिला था। मकबूल के लिए भी उन्हें बेस्ट परफॉर्मेंस इन निगेटिव के नॉमिनेटेड किया गया। 2008 में फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का खिताब भी उनके नाम रहा। इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकाडेमी अवार्ड में भी उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला। स्क्रीन अवॉर्ड्स ने उन्हें बेस्ट कॉमेडियन के खिताब से भी नवाजा। स्लमडॉग मिलिनियर के लिए उन्हें स्क्रीन गिल्ड अवार्ड के अलावा आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस अवॉर्ड भी मिला।