अभिनेत्री साधना के जन्मदिन के अवसर पर, जानें उनकी फिल्मों के बारे में
आज गुजरे जमाने की मशहूर अभिनेत्री साधना का जन्मदिन है। साधना अपनी अदा के लिए हिंदी सिनेमा में याद की जाती हैं। साधना के जन्मदिन के अवसर पर डालते हैं उनकी फिल्मों पर एक नजर।
लव इन शिमला (1960)
निर्माता सशाधार मुखर्जी की फिल्म "लव इन शिमला" से बतौर अभिनेत्री साधना ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की। आर के नय्यर ने निर्देशन किया। जॉय मुखर्जी और साधना ने मुख्य भूमिका निभाई। राजेंद्र कृष्ण के गीत और इकबाल कुरैशी का संगीत। फिल्म सफल रही और इसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया।
राजकुमार (1964 )
राजकुमार फिल्म निर्देशक के शंकर की फिल्म है। फिल्म में मुख्य भूमिका साधना, शम्मी कपूर, ओम प्रकाश, प्राण, पृथ्वीराज कपूर ने निभाईं। शंकर जयकिशन का संगीत और हसरत जयपुरी, शैलेन्द्र के गीत। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफ़ल साबित हुई।
मेरा साया (1966)
निर्देशक राज खोसला की फिल्म "मेरा साया" अभिनेत्री साधना की रहस्यमई लड़की के किरदार को लेकर बनाई गई एक और सफल फिल्म है। फिल्म में साधना, सुनील दत्त, प्रेम चोपड़ा और के एन सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई। राजा मेहंदी अली खान के गीत और मदन मोहन का संगीत। फिल्म "मेरा साया" एक मराठी फिल्म का रीमेक थी।
वो कौन थी (1964)
"वो कौन थी" निर्देशक राज खोसला की फिल्म है। इस मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म में साधना, मनोज कुमार, प्रेम चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई। राजा मेहंदी अली खान के गीत और मदन मोहन का संगीत। लता मंगेशकर का गाया "लग जा गले " अमर गीत बना। इस फिल्म में रहस्यमई लड़की का किरदार निभाकर साधना ने अपनी पहचान बनाई। फिल्म की सफलता के बाद, इसी तरह की भूमिका उन्होंने आने वाली फिल्मों में भी निभाई।
आरजू (1965 )
हिंदी सिनेमा के निर्देशक रामानंद सागर की फिल्म है "आरजू"।फिल्म में साधना, राजेन्द्र कुमार, फिरोज खान ने मुख्य भूमिका निभाई। हसरत जयपुरी के गीत और शंकर जयकिशन का संगीत। फिल्म कामयाब रही और दर्शकों को साधना, राजेन्द्र कुमार का काम पसन्द आया।