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11 October 2017

बोल बच्चन : डायलॉग जो लॉक हो गए

आप उन्हें बॉलीवुड शहंशाह कह लीजिए, बिग बी या सदी का महानायक। अमिताभ बच्चन भारतीय फिल्म उद्योग में कलाकार से ज्यादा कल्ट का दर्जा पा गए हैं। आज यानी 11 अक्टूबर को उनका 75 वां जन्मदिन है। वह शायद इकलौते ऐसे अभिनेता हैं जिनके द्वारा बोले गए संवाद पीढ़ी दर पीढ़ी आज भी बोले जा रहे हैं। कुछ खास डायलॉग जिनकी वजह से बच्चन साहब की पुरानी फिल्में आज भी याद की जाती हैं।

ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं : जंजीर

अदा देखिए, पहली हिट थी यह बच्चन साहब की। खाकी वर्दी में तेवर। मकबूलियत पाने वाली पहली ‌फिल्‍म प्राण को बोला गया यह संवाद अब भी बहुत हिट है।

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डॉन को पकडना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है: डॉन

आहा हा। क्या डायलॉग था। ओवरकॉन्फिडेंस से भरा हुआ। लेकिन फिर भी यह हिट हुआ था। सिर्फ हिट ही नहीं चल पड़ा था। इतना कि शाहरुख खान ने भी इस संवाद के लिए डॉन के रीमेक में काम किया था।

 

अइसा आदमी लाइफ में दोइच टाइम भागता है, ओलिंपिक का रेस हो या पुलिस का केस हो: अमर अकबर एंथोनी

फिल्मों में संयोग और चमत्कार ज्यादा थे लेकिन अमिताभ की कॉमेडी के साथ मस्त मारा-मारी वाली एक्टिंग कोई नहीं भूल सकता।

 

आई कैन टॉक इंग्लिश, आई कैन वॉक इंग्लिश, आई कैन लाफ इंग्लिश बिकॉज इंग्लिश इज ए वेरी फनी लैंग्वेज. भैरों बिकम्स बैरो बिकॉज देयर माइंड्स आर वेरी नैरो: नमक हलाल

परफेक्ट टाइमिंग के साथ इस डायलॉग ने उस वक्त जितना हंसाया था, आज भी हंसाता है। अंग्रेजी की टांग तोड़ते इस संवाद को आज भी युवा शौक से बोलते हैं।

हम जहां खड़े होते हैं, लाइन वहीं से शुरू हो जाती है: कालिया

इस डायलॉग में एक पंच था। मवाली टाइप रोल में भी अमिताभ बच्चन ने कमाल किया था।

गोवर्धन सेठ समंदर में तैरने वाले कुओं और तालाबों में डुबकी नहीं लगाया करते: मुकद्दर का सिकंदर

गोवर्धन सेठ का चेहरा याद है आपको इस संवाद के बाद। नहीं याद तो भाईसाब आज ये फिल्म बच्चन साहब के लिए दोबारा देख लो।

रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह: शहंशाह

आप तो दादाजी लगते हो हमारे बच्चन साहब। अंधेरी रातों का वो मंजर अब तक कोई नहीं भूला है।

 

जाओ, पहले उस आदमी का साइन ले के आओ, जिसने मेरे बाप को चोर कहा था। पहले उस आदमी का साइन ले के आओ, जिसने मेरी मां को गाली दे के नौकरी से निकाल दिया था। पहले उस आदमी का साइन ले के आओ, जिसने मेरे हाथ पर ये लिख दिया था... ये... उसके बाद, उसके बाद मेरे भाई तुम जहां कहोगे, मैं साइन कर दूंगा: दीवार

इस डायलॉग के बाद एक सन्नाटा। सब चुप। दीवार में मेरे पास मां है, उससे पहले मेरे पास गाड़ी है, बंगला है, क्या है, बैंक बैलेंस है, क्या है तुम्हारे पास। बहुत ही मारू टाइप डायलॉग थे। पर ये तो डायलॉग का पापा है। बस इतना समझ लो। 

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TAGS: अमिताभ बच्चन, कालिया, दीवार, अग्निपथ, अमर अकबर एंथोनी, amitabh bachchan, kalia, deewar, agnipath, amar akbar anthoney
OUTLOOK 11 October, 2017
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