सैफ अली खान पर हमला : जुर्म के साए में मुंबई
बुधवार 15 जनवरी 2025 को देर रात तकरीबन 2 बजे हिंदी सिनेमा जगत के लोकप्रिय अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला किया गया।यह हमला मुंबई में बांद्रा स्थित उनके घर सतगुरु शरण अपार्टमेंट में घुसकर किया गया।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सैफ अली खान पर यह हमला आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद ने किया, जो चोरी के इरादे से सैफ अली खान के घर में दाखिल हुआ था।पुलिस ने बताया शरीफुल इस्लाम बांग्लादेशी नागरिक है, जो अवैध रूप से मुंबई में रहता था।हमले के बाद सैफ अली ख़ान ख़ुद ऑटो रिक्शा से मुंबई के लीलावती अस्पताल पहुंचे, जहाँ उनकी सर्जरी हुई।पाँच दिन लीलावती अस्पताल में इलाज कराने के बाद, सैफ अली खान अपने घर लौट आए हैं और उन्होंने पुलिस को अपना बयान दर्ज करा दिया है।मुंबई पुलिस ने भी आरोपी शरीफुल इस्लाम को अदालत में पेश किया, जहाँ कोर्ट ने आरोपी को 29 जनवरी तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
सैफ अली खान पर हुआ यह हमला सामान्य घटना नहीं है।यह मुंबई की पुलिस एवं सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।बीते कुछ महीनों में मुंबई में आपराधिक घटनाएँ बढ़ी हैं।फिल्मी सितारों और राजनीतिक हस्तियों पर हमले बढ़े हैं।बीते साल फ़िल्म अभिनेता सलमान ख़ान के घर पर गोलियाँ चलाई गई थीं।इसके बाद महाराष्ट्र के क़द्दावर नेता बाबा सिद्दीकी को गोलियों से छलनी कर दिया गया।इन घटनाओं से यह प्रश्न उठता है कि जब फिल्मी सितारों और राजनीतिक हस्तियों पर जानलेवा हमले नहीं रुक रहे तो फिर आम जनता की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कौन लेगा ?l
सैफ अली खान पर हुआ हमला पहली नजर में पूरा फिल्मी दिखाई पड़ता है।आरोपी शरीफुल इस्लाम 15 जनवरी 2025 की रात तकरीबन एक बजे चोरी के इरादे से, सैफ अली खान के मुंबई में बांद्रा स्थित घर सतगुरु शरण अपार्टमेंट की बिल्डिंग में घुसता है।बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड के नींद में होने के कारण आरोपी शरीफुल के लिए सैफ अली खान के घर में घुसना आसान हो जाता है।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी शरीफुल इमारत की आठवीं मंजिल तक सीढ़ियों से पहुंचा। इसके बाद पाइप के सहारे 12वीं मंजिल पर चढ़ा और बाथरूम की खिड़की के रास्ते सैफ के फ्लैट में घुसा। आरोपी शरीफुल ने बताया कि उसने इमारत के कई फ्लैट के डक्ट चेक किए, पर सभी डक्ट सील होने की वजह से और अन्य फ्लैट के सभी दरवाजे बंद होने की वजह से दूसरों के घरों में नहीं घुस सका। पूरी बिल्डिंग में सिर्फ सैफ अली खान का बैकडोर खुला था।इसलिए वह सैफ अली खान के घर में घुस सका। घर में घुसने के बाद, आरोपी शरीफुल सैफ अली खान के बच्चों के कमरे की तरफ बढ़ा।सैफ अली खान के घर की कर्मचारी अरियामा फिलिप को बच्चों के कमरे के पास किसी इंसान की परछाई नजर आई।पहले उन्हें लगा कि शायद करीना कपूर कमरे के पास आई हैं।लेकिन फिर उन्हें एक अजनबी आदमी दिखाई दिया।अजनबी को देखते ही अरियामा फिलिप घबरा गईं।आरोपी ने अरियामा फ़िलिप से पैसे की डिमांड की।इस शोर की आवाज सुनकर सैफ अली खान को खतरे का एहसास हुआ और वह बच्चों की तरफ चले आए। सैफ अली खान को देखते ही आरोपी ने उन पर हमला कर दिया। सैफ अली खान बीच में आए आरोपी बच्चों तक नहीं पहुंच पाया।आरोपी ने सैफ पर कई बार हमला किया, जिससे उनकी पीठ, कलाई, गर्दन, कंधे और कोहनी पर चोटें लगी थीं। सैफ अली खान के बयान के अनुसार ने उन्होंने अनजान शख्स को पकड़ लिया था, लेकिन चाकू के हमले से वह हमला घायल हो गए थे,जिस कारण आरोपी उन्हें धक्का देकर भाग गया।
सैफ पर हुआ हमला इतना भयानक था कि चाकू तीन हिस्सों में टूट गया।मुंबई पुलिस ने सैफ पर हमले में इस्तेमाल चाकू का तीसरा हिस्सा बरामद किया है। आरोपी शरीफुल ने इसे बांद्रा झील के पास फेंक दिया था। इससे पहले चाकू का एक हिस्सा घटनास्थल पर पाया गया था। वहीं, 2.5 इंच लंबे चाकू का दूसरा हिस्सा सैफ के शरीर के अंदर से सर्जरी के जरिए निकाला गया था।हमले के बाद, सैफ अली खान खुद ही अपने बेटे तैमूर के साथ ऑटो रिक्शा से लीलावती अस्पताल पहुंचे।उन्हें ऑटो रिक्शा चालक भजन सिंह ने लीलावती अस्पताल पहुंचाया।ऑटो चालक भजन सिंह के अनुसार 15 जनवरी की रात वह ऑटो चला रहे थे, जब सतगुरु बिल्डिंग के सामने से किसी ने आवाज लगाई। भजन सिंह ने जब ऑटो गेट के पास रोका तो देखा कि खून से लथपथ एक आदमी गेट से बाहर निकल रहा था।यह शख़्स और कोई नहीं बल्कि सैफ़ अली ख़ान थे।सैफ़ के शरीर के ऊपर के हिस्से में और पीठ पर गहरा जख्म था।भजन सिंह ने बिना देरी के सैफ अली खान को लीलवती अस्पताल पहुंचा दिया। अस्पताल में सैफ अली खान की सर्जरी हुई।लीलावती अस्पताल के डॉक्टर नितिन डांगे के मुताबिक सैफ अपने बेटे तैमूर के साथ अस्पताल के भीतर पैदल आए थे। उनके हाथ पर दो घाव थे। एक घाव गर्दन पर भी था, जिसकी प्लास्टिक सर्जरी हुई है।इधर जैसे ही टीवी चैनलों के माध्यम से सैफ अली खान पर हुए हमले की खबर देश दुनिया में प्रसारित हुई, सभी सन्न रह गए।किसी को उम्मीद नहीं थी कि देश के इतने प्रतिष्ठित अभिनेता के घर में कोई अजनबी घुसकर चाकू से हमला कर सकता है।
हाई प्रोफ़ाइल केस होने के कारण मुंबई पुलिस ने तुरंत मामले की जाँच शुरू कर दी और एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।हालाँकि बाद में इस संदिग्ध व्यक्ति को छोड़ दिया गया।आख़िरकार हमले के तीन दिन बाद 19 जनवरी को मुंबई पुलिस ने ठाणे से शरीफुल इस्लाम शहजाद नामक शख़्स को पकड़ लिया।मुंबई पुलिस ने बताया कि आरोपी शरीफुल बांग्लादेशी नागरिक है,जो अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ है। आरोपी को हिरासत में लेकर मुंबई पुलिस ने मंगलवार सुबह और देर रात क्राइम सीन रीक्रिएट किया।पुलिस आरोपी शरीफुल इस्लाम को सैफ के घर से करीब 500 मीटर दूर ले गई।पुलिस ने बताया कि जब आरोपी बिल्डिंग में दाखिल हुआ तब गार्ड सो रहे थे। आरोपी ने मेन गेट और गलियारे में सीसीटीवी न होने का फायदा उठाया। आवाज न हो, इसलिए आरोपी ने जूते उतार दिए और मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया।
मुंबई पुलिस ने इस मामले में आरोपी शरीफुल इस्लाम को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उसे 29 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दियाl सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि मामले में पर्याप्त प्रगति हुई है और अन्य पहलुओं की जांच जरूरी है। अपराध गंभीर है और सेशन कोर्ट में है। आरोपी की बेगुनाही का पता लगाने के लिए भी ऐसी जांच जरूरी है। हालाँकि आरोपी शरीफुल के वकील ने पुलिस रिमांड पर प्रश्न उठाए हैं।आरोपी के वकील का कहना है कि जब गवाहों के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं,पुलिस जूते बरामद करने की बात भी कह रही है,घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास है तो फिर पुलिस को फोरेंसिक जांच के लिए कस्टडी क्यों चाहिए?। उधर पाँच दिनों तक लीलावती अस्पताल में इलाज कराने के बाद सैफ़ घर लौट आए हैं। उन्होंने घर लौटने के बाद पुलिस को अपना बयान दर्ज कराया है।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सैफ अली खान ने अस्पताल ले जाने वाले ऑटो ड्राइवर भजन सिंह से भी मुलाकात की। सैफ और उनकी मां शर्मिला ने भी ड्राइवर को शुक्रिया कहा और कुछ धनराशि भी दी।हालाँकि ऑटो चालक भजन सिंह ने कहा है कि सैफ ने धनराशि गोपनीय रखने का निवेदन किया है,जिसे वह पूरी तरह निभाएँगे। इस घटनाक्रम के बीच, जहाँ एक ओर विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस को निशाना बनाया है,वहीं दूसरी ओर कुछ नेताओं ने सैफ अली खान पर ही सवाल खड़े किए हैं और उन पर हुए हमले को संदिग्ध बताया है।सैफ अली खान पर हुए हमले की सच्चाई तो कुछ समय में सामने आ जाएगी लेकिन जिस दिन सलमान खान,बाबा सिद्दीकी के बाद सैफ अली खान पर हमला हुआ है, उसके बाद मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था कटघरे में खड़ी दिखाई देती है। शंका और भय के इस माहौल में, मुंबई पुलिस अपने नागरिकों को किस तरह भरोसा दिलाती है, यह आने वाला समय बताएगा।