वो फिल्में जिन्हें मिला विवादों का फायदा, की जमकर कमाई
फिल्म 'कबीर सिंह' इन दिनों सुर्खियों में है। इस फिल्म की जहां विवादों की वजह से लोगों के बीच चर्चा हो रही है। वहीं केवल पांच दिन में ही इसने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की। शाहिद कपूर की गुस्सैल और पोजेसिव किरदार की लोग सोशल मीडिया पर लोग खूब आलोचना कर रहे हैं। लेकिन जितनी इस फिल्म की आलोचना हो रही है, उतनी ही यह कमाई करने में सफल रही है। यानी नेगेटिव पब्लिसिटी इस फिल्म के लिए वरदान साबित हो रही है। कबीर सिंह के अलावा भी ऐसी कई फिल्में हैं जिन्हें विवादों का बखूबी फायदा मिला।
फिल्म पद्मावत में संजय लीला भंसाली को जबर्दस्त विवादों का सामना करना पड़ा था। करणी सेना ने संजय लीला भंसाली के साथ सेट पर पहुंचकर हिंसा की थी। इसके अलावा फिल्म की रिलीज के वक्त भी करणी सेना ने काफी उत्पात मचाया था। करणी सेना का दावा था कि रानी पद्मावती को फिल्म में बेहद गलत सेंस में दिखाया गया है और फिल्म में कई तथ्य गलत दिखाए हैं। लेकिन ये फिल्म शाहिद कपूर, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के करियर की सबसे बड़ी फिल्म साबित हुई थी और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी।
वहीं करण जौहर निर्देशित फिल्म माई नेम इज खान को भी विवादों का सामना करना पड़ा था। दरअसल शाहरुख खान के बयान के बाद शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे नाराज हो गए थे। शाहरूख ने कहा था कि आईपीएल में पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ियों को शामिल होना चाहिए। इस पर बाल ठाकरे ने कहा था कि शाहरुख को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए क्योंकि 2008 में पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकियों ने भारत पर हमला किया था। उन्होंने शाहरुख की फिल्म के खिलाफ विरोध की धमकी भी दी थी। इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर जमकर कलेक्शन किया था और विदेशों में भी फिल्म ने जमकर कमाई की थी।
रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण की लव स्टोरी फिल्म रामलीला के सेट से ही शुरू हुई थी। साल 2013 में आई इस फिल्म को हालांकि अपने टाइटल के चलते विवादों का सामना करना पड़ा था। दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म के खिलाफ एक याचिका दायर की गई थी जिसमें कहा गया था कि इस फिल्म के सहारे हिंदुओं की भावनाओं को भड़काने का प्रयास है। यह भी कमाई के मामले में सफर रही।
साल 2014 में आई पीके भी विवादों में रही। इस फिल्म से शिवसेना काफी नाराज़ दिखी थी और फिल्म पर हिंदू समुदाय की भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया था। इस फिल्म पर बैन लगाने की भी मांग की गई थी और फिल्म की स्क्रीनिंग पर उत्पात मचाने की धमकियां भी मिली थी। लेकिन ये फिल्म उस समय की ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म साबित हुई थी और फिल्म ने 300 करोड़ से भी अधिक का कारोबार किया था।
वैसे ही मद्रास कैफे को लेकर भी राजनीति गर्म रही। यह फिल्म श्रीलंका में हुए गृह युद्ध की कहानी पर आधारित है। इस फिल्म में राजनीतिक तथ्यों और शोध की सहायता से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौत की घटना को भी दिखाया गया था। साल 1991 में हुई इस घटना की जिम्मेदारी तमिल टाइगर रेबेल्स ने ली थी। कई लोगों ने इसे एंटी तमिल फिल्म बताया था क्योंकि फिल्म में कुछ तमिल लोगों को आतंकवादी दिखाया गया था। ये फिल्म काफी विवादों में रही थी और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कमाई की थी।