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14 August 2015

महत्वकांक्षाओं में उलझे ब्रदर्स

ब्रदर्स शोर शराबे से भरपूर, बिछड़ चुके एक परिवार की स्याह और त्रासद अतीत और फिर इस कड़वाहट से उबरने के संघर्ष की दास्तां के ताने-बाने से बुनी गई हिंसा प्रधान फिल्म है।

 

फिल्म की कहानी के केंद्र में दो सौतेले भाई हैं, जो दुनिया की सबसे खतरनाक मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स लड़ाई का हिस्सा बनते हैं ताकि दोनों पैसा हासिल कर सकें और कर्ज मुक्त हो सकें।

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ब्रदर्स टॉम हार्डी, जोएल एडगर्टन और निक नोल्टे की फिल्म वॉरियर का आधिकारिक रीमेक है। ब्रदर्स को भारतीय कहानी की जरूरत के मुताबिक दिखाने के लिए इसकी मूल पटकथा में कई जगह सुविधानुसार फेरबदल किया गया है।

 

सन 2012 में अग्निपथ का नया संस्करण बनाकर बॉलीवुड में अपनी पारी शुरू करने वाले निर्देशक करण मल्होत्रा ने ब्रदर्स में उम्मीद और एक नए जीवन की तलाश कर रहे तीन पुरूषों के दुखों की दास्तान दिखाई है।

 

उन्होंने फिल्म को हर वर्ग के दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाने के लिए इसकी कहानी में पैनापन और भावुकता का पुट दिया है। मार-धाड़, खून-खराबे के बीच फिल्म में एक दुखी मां (शेफाली शाह) डायलिसिस पर जी रही एक बीमार बेटी, एक प्यार करने वाली बीवी (जैकलीन फर्नांडीज) और स्कूली बच्चे होते हैं, जो इस खतरनाक एमएमए प्रतिस्पर्धा के दौरान रिंग में उतरने के लिए अपने गुरू का हौसला बढ़ाते हैं।

 

फिल्म में करीना कपूर खान पर फिल्माया एक आइटम नंबर भी है। इसमें मुख्य किरदार डेविड फर्नांडिस (अक्षय कुमार) है, जिसने बचपन में अपने अलग हो चुके पिता (जैकी श्रॉफ) से स्ट्रीट फाइटिंग (मार्शल आर्ट्स) के गुर सीखे थे। बाद में वह भौतिकी का मशहूर प्रोफेसर बन जाता है, लेकिन वह रिंग में वापसी के लिए मजबूर हो जाता है। उसका सौतेला छोटा भाई मोंटी (सिद्धार्थ) भी खुद को अपने पिता और दुनिया के सामने साबित करना चाहता है।

 

फिल्म के पहले हिस्से में तीनों पुरूष किरदारों की अतीत की कहानियां हैं और इसका दूसरा हिस्सा कभी न खत्म होने वाली हिंसा और दो पुरूषों के बीच खून-खराबे पर टिका है।

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TAGS: brothers, akshya kumar, siddharth malhotra, jackie shroff, ब्रदर्स, अक्षय कुमार, सिद्धार्थ मल्होत्रा
OUTLOOK 14 August, 2015
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