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18 September 2015

कट्टी-बट्टी - कट्टी ही रहेगी दर्शकों से

लिव-इन-रिलेशनशिप, कुची-कुची सा प्यार और झगड़ा, अलगाव और हीरोइन ये जा वो जा। इंटरवल के पहले तक मैडी ‘बेचारा’ है पायल ‘दुष्ट।’ पर ये क्या इंटरवल हुआ और बाजी पलट गई। अब पायल ‘बेचारी’ हो गई है। कहने का मतलब यह कि यूटीवी मोशन पिक्चर्स के पास लगता है बहुत ज्यादा पैसा आ गया है जो किसी भी फिल्म के निर्माता बन जाते हैं। और निर्देशक निखिल आडवाणी को लगा होगा कि थोड़ा सा टुकड़ा, सैफ अली खान और प्रिटी जिंटा की फिल्म सलाम नमस्ते, थोड़ा सा कल हो न हो से मिल कर कुछ अच्छा बना ही लेंगे। 

इमरान की कई फिल्में फ्लॉप हुई हैं। यह फिल्म उनके लिए जरूरी थी। कंगना का जादू भी इस फिल्म में काम नहीं आ पाएगा। संगीत जैसा भी इस फिल्म में कुछ नहीं है। नई उम्र के बच्चों को भी शायद ही यह पसंद आए। इतनी भागमभाग और कहीं से भी शुरू हो कर कहीं भी चल देने वाली इस फिल्म को देखना समय और पैसा दोनों बर्बाद करना है।   

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TAGS: katti batti, kangna ranaut, imran khan, nikhil advani, कट्टी बट्टी, कंगना रणौत, इमरान खान, निखिल आडवाणी
OUTLOOK 18 September, 2015
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