शक्ति कपूर और फिरोज खान की पहली मुलाकात का रोचक किस्सा
बात उन दिनों की है जब अभिनेता शक्ति कपूर मुंबई में मॉडलिंग कर रहे थे और फ़िल्मों में काम करना चाहते थे। उन्हीं दिनों मशहूर फिल्म अभिनेता फिरोज खान अपनी फिल्म "कुर्बानी" का निर्माण कर रहे थे। स्क्रिप्ट पर काम हो गया था और किरदारों की कास्टिंग हो रही थी।
एक रोज़ जब शक्ति कपूर घर लिंकिंग रोड बांद्रा से होकर गुजरे तो उनकी फिएट गाडी का एक्सीडेंट हो गया। शक्ति कपूर गाड़ी से उतरे तो उन्होंने देखा कि उनकी फिएट कार मर्सिडीज से टकराई थी। अभी शक्ति कपूर कुछ सोचते समझते कि मर्सिडीज कार से एक खूबसूरत आदमी बाहर निकला। यह आदमी और कोई नहीं बल्कि हिन्दी सिनेमा के मशहूर अभिनेता फिरोज खान थे। शक्ति कपूर ने जब फिरोज खान को देखा तो वह हक्के बक्के रह गये। शक्ति कपूर एक्सीडेंट की बात भूल कर यह सोचने लगे कि उन्हें किसी भी तरह से फिरोज खान के साथ फिल्मों में काम करना है। हिम्मत जुटाकर शक्ति कपूर ने फिरोज खान से कहा कि उनका नाम शक्ति कपूर है, वह फ़िल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट पुणे से पढ़ाई कर चुके हैं और फिल्मों में काम करना चाहते हैं। जितनी देर में शक्ति कपूर ने अपने मन की बात कही, वहां भीड़ जमा हो गई। इस कारण शक्ति कपूर की बातों का जवाब देने से पहले ही फिरोज खान चले गये।
जब फिरोज खान अपने ऑफिस पहुंचे तो उन्होंने अपनी फ़िल्म "कुर्बानी" के लेखक के.के शुक्ला को एक्सीडेंट और शक्ति कपूर से जुड़ी पूरी घटना बताई। फिरोज खान ने कहा कि उन्हें आज जो रास्ते में लड़का मिला था, वह फिल्म "कुर्बानी" में विलेन के रोल के लिए परफेक्ट था । उसे किसी भी तरह हमें ढूंढ़ना चाहिए। फिरोज खान की बात सुनकर के.के शुक्ला परेशां हो गए। परेशानी की बात इसलिए थी कि इतनी बड़े मुंबई शहर में लड़के को ढूंढ़ पाना आसान नहीं था। खैर इन चिंताओं को किनारे रखते हुए के.के शुक्ला ऑफिस से अपने घर चले गये।
मज़ेदार बात यह है कि शक्ति कपूर को के के शुक्ला की पत्नी और फ़िल्म अभिनेत्री डेज़ी ईरानी अच्छे से जानती थीं। शक्ति कपूर अपने स्ट्रगल के दिनों में जब भी बहुत दिन के भूखे होते तो वह के के शुक्ला के घर खाना खाने आते थे। उस शाम जब के के शुक्ला ऑफिस से घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शक्ति कपूर उनके घर पर आए हुए हैं। इससे पहले शक्ति कपूर ने के के शुक्ला से फिल्म में काम दिलवाने के लिए कहा हुआ था। के के शुक्ला काफी प्रयास कर रहे थे मगर कामयाबी नहीं मिल रही थी। शक्ति कपूर से मिलने पर के के शुक्ला ने उन्हें ऑफिस में हुई फिरोज खान से बातचीत का ब्यौरा दिया।के के शुक्ला ने शक्ति कपूर को बताया कि आज ही फिरोज ख़ान को मुम्बई की सड़क पर अपनी गाड़ी के एक्सीडेंट के दौरान एक लड़का मिला है, जिसे वह अपनी फ़िल्म में काम देने को तैयार हो गए हैं। ये सुनकर शक्ति कपूर उछल पड़े और बोले “अरे वो लड़का मैं ही हूँ, जिसकी गाड़ी से फिरोज खान साहब की गाड़ी टकराई थी”। शक्ति कपूर की खुशी का ठिकाना नहीं था। वह झूम उठे थे। के के शुक्ला और उनकी पत्नी आश्चर्य से भर गए थे। यह कुदरत का करिश्मा और नसीब की लकीरें ही थीं, जो शक्ति कपूर फिरोज खान की गाड़ी से टकराए थे और उन्हें फिल्म में काम मिल गया था। इस तरह शक्ति कपूर की कास्टिंग फिल्म "कुर्बानी" में हुई और इस फिल्म की सफलता के बाद शक्ति कपूर के लिए हिन्दी फिल्मों के दरवाजे खुल गए।