जब एक्टर जगदीप ने छोटे से किरदार की मांगी पूरी फ़ीस
फ़िल्म निर्देशक रमेश सिप्पी फ़िल्म " शोले " का निर्माण कर रहे थे। लगभग सभी कलाकारों की कास्टिंग हो चुकी थी।शूटिंग की तैयारियां चल रही थीं।इसी बीच एक किरदार था जिसके लिए चरित्र अभिनेता तय करना बाक़ी था। वह किरदार था सूरमा भोपाली का।
सूरमा भोपाली का किरदार अहम था।इसे निभाने के लिए एक्टर जगदीप का नाम सुझाया गया। जब सूरमा भोपाली के किरदार के लिए रमेश सिप्पी ने जगदीप को अप्रोच किया तो उन्होंने ख़ास दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसकी ख़ास वजह थी।
दरअसल बात यह थी कि फ़िल्म शोले के ही एक अहम किरदार जेलर के लिए रमेश सिप्पी अभिनेता असरानी को साइन किया था। यह बात जगदीप को पसंद नहीं आई थी। उन्हें यह महसूस हुआ कि अहम किरदार असरानी को दे दिया गया था। उनके हिस्से आ रहा सूरमा भोपाली का किरदार शायद कम तवज्जो रखता था इसलिए उनसे इतनी देर में संपर्क किया जा रहा था।
जब रमेश सिप्पी ने निवेदन किया तो जगदीप मान गए मगर उन्होंने एक शर्त रख दी।जगदीप ने कहा कि चाहे उनकी मौजूदगी फ़िल्म में कुछ सीन्स की होगी लेकिन वह फ़ीस पूरी परफॉर्मेंस की लेंगे।यानी गेस्ट अपीयरेंस के लिए मिलने वाली रकम उनको क़ुबूल नहीं होगी।रमेश सिप्पी फ़िल्म में किसी भी किस्म की कमी नहीं छोड़ना चाहते थे। उन्हें जगदीप के टैलेंट पर यक़ीन था।उन्होंने जगदीप की शर्त मान ली और इस तरह सूरमा भोपाली का किरदार जगदीप के हिस्से में आया।
मज़ेदार बात यह रही कि इसी सूरमा भोपाली के किरदार के नाम से जगदीप की पहचान भारतीय फ़िल्म इंडस्ट्री में बनी।