करण जौहर ने लगाया आमिर ख़ान पर बड़ा आरोप, कहा " हिन्दी सिनेमा की दिशा बदलकर आमिर ने पहुंचाया साउथ की फिल्मों को फायदा"
आमिर ख़ान इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म "लाल सिंह चड्डा" को लेकर सुर्खियों में हैं। देशभर में आज एक ही अभिनेता और एक ही फिल्म का नाम गूंज रहा है। वह नाम आमिर ख़ान का है और फिल्म है "लाल सिंह चड्डा"। कहीं बॉयकॉट गैंग हर माध्यम पर इस फिल्म का विरोध कर रहा है तो कहीं आमिर ख़ान के समर्थन में आवाज़ें उठ रही हैं। इस बीच,आमिर खान पर टिप्पणी करने वालों में,करण जौहर का नाम भी जुड़ गया है। करण जौहर ने आमिर ख़ान पर कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं।
आमिर ख़ान इन दिनों अपनी फिल्म को लेकर जबरदस्त प्रमोशन कर रहे हैं। इसी सिलसिले में वह करण जौहर के लोकप्रिय शो " कॉफी विद करण" के 7वें सीजन में पहुंचे थे। एपिसोड के दौरान करण जौहर ने आमिर खान पर कुछ ऐसे आरोप लगाए, जिससे आमिर सकते में आ गए।
आज हिंदी सिनेमा संकरण काल से गुज़र रहा है। बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर रही हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में करण जौहर ने आमिर खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदी सिनेमा की इस बुरी हालत के लिए आमिर खान और उनकी फिल्में जिम्मेदार हैं। करण जौहर ने कहा " हिन्दी सिनेमा की अपनी एक पहचान थी, हम बड़ी, भव्य और लार्जर दैन लाइफ फिल्में बनाते थे। हमारी फिल्मों को प्यार मिलता था और वह अच्छा कारोबार करती थीं। लेकिन आमिर खान ने "लगान", "रंग दे बसंती", "तारे जमीन पर", "दिल चाहता है" जैसी फिल्में बनाकर हिन्दी फिल्मों और दर्शकों की दिशा बदल दी। इन फिल्मों के कारण बॉलीवुड में ऐसे फिल्मकार आए, जिन्होंने लार्जर दैन लाइफ, रोमांटिक फ़िल्मों, एक्शन फ़िल्मों को कमतर माना और इंटेलेक्चुअल सिनेमा बनाना शुरु किया। यही कारण है कि हमारे हाथ से हमारी पहचान चली गई। हम अपनी जड़ों से दूर हो गए और इसका लाभ साउथ की फिल्मों को मिल रहा है। "बाहुबली", " पुष्पा", " RRR" उसी लार्जर दैन लाइफ सिनेमा का रिफ्लेक्शन है, जो हमेशा से हिन्दी सिनेमा की पहचान हुआ करता था। लेकिन आमिर की फिल्मों ने वह पहचान को बिगाड़ने का काम किया है।"
करण जौहर के इस आरोप को नकारते हुए आमिर खान ने जवाब दिया " मैं आपकी बातों से असहमत नहीं हूं। आपके आरोप सही नहीं है। मेरी फिल्में हिंदी सिनेमा के दर्शकों के बीच से पैदा हुई कहानियों पर बनी हैं। उनमें आम भारतीय के दुःख, सुख, संघर्ष और भाव हैं। " रंग दे बसंती", "तारे ज़मीन पर" और " लगान"जैसी फिल्में हमारी मिट्टी से जुड़ी हुई हैं। तभी इन्हें खूब पसन्द भी किया गया। मेरा मानना है कि आपको ऐसे विषय चुनने चाहिए, जिनमें दर्शकों का रुझान हो। अगर आप दर्शकों की रूचि के विपरीत फिल्में बनाते रहेंगे तो आपकी फिल्में किसी कीमत पर नहीं चलेगी। हमारी इंडस्ट्री के फिल्म मेकर्स को यह बात समझनी होगी।"
बहरहाल इन बातों के बीच आमिर खान अपनी फिल्म को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बता दें कि आमिर ख़ान की फ़िल्म “ “ लाल सिंह चड्डा ” मशहूर अमरीकी फ़िल्म “ फॉरेस्ट गंप “ का भारतीय रूपांतरण है। इसे बनाने के लिए आमिर ख़ान को एक दशक से अधिक का परिश्रम करना पड़ा है। फ़िल्म के निर्देशक अद्वैत चंदन हैं, जिन्होंने इससे पहले आमिर ख़ान के साथ सीक्रेट सुपरस्टार जैसी कामयाब फ़िल्म बनाई है। आमिर ख़ान प्रोडक्शन और वायाकॉम 18 स्टूडियो ने फ़िल्म को प्रोड्यूस किया है। फिल्म "लाल सिंह चड्डा" 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।