कार्तिक आर्यन : "प्यार का पंचनामा" से " सत्यप्रेम की कथा" तक की सफल फिल्मी यात्रा, आगे निगाहें अब "चंदू चैंपियन " पर
"प्यार का पंचनामा" से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले कार्तिक आर्यन ने गंभीर नाटक और मनोवैज्ञानिक थ्रिलर से लेकर रोमांटिक कॉमेडी तक विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं से खुद को प्रतिष्ठित करते हुए भारतीय सिनेमा जगत के नए सितारे के रूप में नाम कमाया है। फिल्मी पंडितों की नज़र में, फिल्मों का चयन, उन्हें अन्य अभिनेताओं से अलग बनाता है। कार्तिक आर्यन की पिछली फिल्म "सत्यप्रेम की कथा" दुनियाभर में 100करोड़ रुपए कमा चुकी है। यह कार्तिक आर्यन की 5 वी फिल्म है, जिसका कुल कलेक्शन 100 करोड़ रुपए पहुंचा है। इस ऊर्जा और गति को बरकरार रखते हुए, कार्तिक आर्यन ने अपना अगला प्रोजेक्ट शुरु कर दिया है। उन्होंने निर्देशक कबीर खान के साथ फिल्म "चंदू चैंपियन" की शूटिंग शुरू कर दी है।
हिट फिल्में और शानदार प्रदर्शन की बदौलत एक बड़े खिलाड़ी के रूप में देखे जा रहे कार्तिक के हालिया "चयन" इस बात की तस्दीक करते हैं कि उन्हें विभिन्न विषयों को खोजने की चेष्टा है। वह अबतक मजाकिया रोमांटिक कॉमेडी से लेकर गंभीर नाटक और मनोवैज्ञानिक थ्रिलर फिल्में कर चुके हैं।
"प्यार का पंचनामा" के साथ बड़े पर्दे पर पदार्पण करने वाले, कार्तिक आर्यन को शुरू में भले ही अपने एक "मोनोलॉग" के कारण प्रशंसा मिली मगर बहुत जल्द "सोनू के टीटू की स्वीटी" से उन्होंने प्रशंसकों के इस दृष्टिकोण को बदल दिया। कार्तिक के करियर में टर्निंग पॉइंट रही "लुका छिपी", जिसमें उन्होंने अपनी ज़बरदस्त कॉमिक टाइमिंग से लोगों का दिल जीता और खुद को भविष्य के सितारे के रूप में स्थापित कर लिया।
इसके बाद, "पति, पत्नी और वो" में प्रेम त्रिकोण में शामिल एक विवाहित लड़के की भूमिका निभाने के बाद कार्तिक ने "धमाका" में पारंपरिक नायक आदर्श से अलग होकर दर्शकों पर "भावनात्मक" छाप छोड़ी। ब्लॉकबस्टर फिल्म "भूल भुलैया 2" के साथ कार्तिक ने बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया। उन्होंने "फ्रेडी" के साथ मनोवैज्ञानिक थ्रिलर की दुनिया में प्रवेश किया, और एक और जोखिम भरा विकल्प चुना।
अंधेरे और रहस्यमय छवि को चित्रित करने वाले इस विकल्प ने कार्तिक के "प्रयोग" करते रहने वाली मंशा को दर्शाया। हालांकि, यह कहा जा सकता है कि कार्तिक आर्यन ने सबसे ताज़ा फिल्म "सत्यप्रेम की कथा" में अपने करियर का सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कार्तिक का सत्तू का किरदार बॉलीवुड हीरो के तौर पर ताजी हवा का झोंका था।
जाने-माने व्यापार विशेषज्ञ और विश्लेषक तरण आदर्श ने कहा, "कार्तिक आर्यन ऐसे अभिनेताओं में से एक हैं, जो विभिन्न प्रकार की भूमिकाएँ तलाश रहे हैं और ऐसे विकल्प चुन रहे हैं जो उन्हें एक अभिनेता के रूप में अपनी सीमा को चित्रित करने की अनुमति दें। कार्तिक के प्रदर्शन की रेंज काफी शानदार रही है। उनके प्रशंसक लगातार बढ़ रहे हैं। वह एक आउटसाइडर से इंडस्ट्री के सबसे बड़े नामों में से एक बन गए हैं।"
भूषण कुमार कहते हैं, "वह हमेशा दर्शकों के दृष्टिकोण से सोचते हैं और ऐसी स्क्रिप्ट चुनते हैं जो उन्हें आश्चर्यचकित कर दे। मैंने कार्तिक को उनके शुरुआती दिनों से देखा था जब वह इंडस्ट्री में चीजें तलाश रहे थे। उन्होंने कभी किसी चीज़ को लेकर शिकायत नहीं की। वह बहुत मेहनत करते हैं, फिल्मों में अपना 110 प्रतिशत देते हैं।"
प्रख्यात फिल्म व्यापार-व्यवसाय विश्लेषक और निर्माता गिरीश जौहर का कहना है, "कार्तिक ने बिना किसी संबंध के फिल्मी जगत में प्रवेश किया और अपनी मेहनत और जज्बे के साथ केवल अपने सपने पूरे नहीं किए बल्कि वह सबके पसंदीदा बन गए। एक अभिनेता के रूप में कार्तिक की स्व-निर्मित यात्रा को उल्लेखनीय विकास, विविध फिल्म विकल्पों और व्यावसायिक सफलताएं प्रदान करते हुए मानदंडों को चुनौती देने की इच्छा से चिह्नित किया जा सकता है।"