एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर लगाए कई आरोप, कहा- बॉलीवुड में #metoo की जरूरत
हॉलीवुड और सोशल मीडिया पर सेक्सुअल हरेसमेंट और कास्टिंग काउच के खिलाफ #metoo कैंपेन की शुरुआत हुई थी। इस आदोंलन ने हॉलीवुड के कई दिग्गजों की स्याह हकीकत दुनिया के सामने रखी और उनके पतन की वजह बना। इस कैंपेन के बारे में अभिनेत्री तनुश्री दत्ता का कहना है कि ऐसा बॉलीवुड में भी होना चाहिए ताकि 2008 में कथित तौर पर उनके साथ हुई एक घटना में उन्हें इंसाफ मिल सके।
तनुश्री दत्ता ने हाल में एक इंटरव्यू में अपना दावा फिर से दोहराया कि बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता (नाना पाटेकर) ने एक फिल्म के सेट पर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अभिनेता को फिल्मकारों का मौन समर्थन था।
दत्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि जब मैंने 8-10 साल पहले इस बारे में बोला था तो उन्होंने मुझपर अभद्र टिप्पणी की थी और मुझे गैर पेशेवर करार देते हुए कहा था. किसी को भी मुझे कुछ कहने का अधिकार नहीं है। दत्ता ने बताया कि जब मैंने निकलने की कोशिश की तो उन्होंने मीडिया को बुला लिया। साथ ही उन्होंने भीड़ को मेरी पीट-पीटकर हत्या करने के लिए बुलाया और कुछ लोगों ने मेरी कार पर हमला किया। अंदर मेरे माता-पिता थे यहां तक कि मैं भी अंदर थी। यह मेरे लिए काफी भयावह था।
अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने सुनिश्चित कर लिया था कि हम लोग स्टूडियो से नहीं निकल पाएं इसलिए उन्होंने दरवाजों को बंद कर दिया था। इसके बाद पुलिस आई और हमें वहां से निकाल कर ले गई। जब हमने इस बारे में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो उन्होंने जवाबी एफआईआर दर्ज करा दी, जिससे मेरे पिता, एक हेयर ड्रेसर और स्पॉट बॉय को अगले कुछ सालों तक उत्पीड़न के दौर से गुजरना पड़ा।
दत्ता ने कहा कि जब हम इस तरह की घटना के बारे में बोलते हैं या बोलने की कोशिश करते हैं तो सामाजिक कलंक और चरित्र हनन का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मैं यह किसी छुपे हुए एजेंडे के लिए नहीं कर रही हूं। ये चीजें दूसरों को प्रोत्साहित करती हैं।