बॉलीवुड पैपराजी: बस एक अदद फोटू का सवाल
हाल ही में वरिष्ठ अभिनेत्री जया बच्चन ने बॉलीवुड में तेजी से बढ़ते जा रहे बिना इजाजत फोटो खीचूं पैपराजी की खबर ले डाली। ऐसा पहले भी कई बार हुआ है कि जब वे उनकी या उनके परिवार के किसी सदस्य की तस्वीर लेने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, क्या दोष सिर्फ पैपराजी पर मढ़ा जा सकता है? कोई कैमरामैन ध्यान खींचने के लिए किसी सार्वजनिक जगह पर ऊंची आवाज में, धृष्टतापूर्वक उनकी लाडली बहू का का नाम लेकर ‘ऐश्वर्या’ चिल्लाए तो जाहिर है उन्हें इस ‘अशिष्टता’ पर गुस्सा तो आएगा ही। ऐश्वर्या फोटोग्राफरों की भीड़ में किसी के स्कूल की दोस्त तो हैं नहीं कि वे उन्हें इतनी बेतकल्लुफी से पुकारें! लेकिन बॉलीवुड के पैपराजी अपनी ही धुन में मस्त रहते हैं। सेलेब्स की तस्वीरें क्लिक करने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं, उनकी लैंड रोवर्स का पीछा मीलों तक कर सकते हैं। एक अदद वायरल फोटो के लिए उनका किसी सेलिब्रिटी के सामने ‘बाएं, दाएं, और सामने-सामने’ चिल्लाना फिल्म उद्योग में सबको बर्दाश्त नहीं हो सकता। जया को तो बिलकुल नहीं। अपने पति अमिताभ, बेटे अभिषेक और बहू ऐश्वर्या के विपरीत, जया ने शायद बदलते समय के साथ फिल्म उद्योग के नए चलन के साथ तालमेल नहीं बिठाया है।
जया फिल्म उद्योग के उस दौर से ताल्लुक रखती हैं, जब सेलिब्रिटी के साथ फोटो शूट शांत और शालीन तरीके से हुआ करता था। या तो किसी अंडरप्रोडक्शन फिल्म के सेट पर या किसी फिल्मी पत्रिका के कवर के लिए स्टूडियो के अंदर। खुले में, भीड़ भरे बाजार में तो कभी नहीं, जैसा आजकल होता है।
सोशल मीडिया के प्रादुर्भाव ने बॉलीवुड पर कितना असर किया है, यह उसकी बानगी भर है। अगर नए सितारों का करिश्मा कहीं खो गया है, तो इसकी वजह निस्संदेह हरदम सितारों के पीछे लगे रहकर उन्हें अपने कैमरे में कैद करने वाले पैपराजी ही हैं।
आज के दौर में जो सितारे हर दिन सोशल मीडिया पर दिखना चाहते हैं, उन्हें किसी भी अनजान जगह पर अचानक फोटोशूट के लिए हमेशा तैयार रहना पड़ता है। बांद्रा में जिम के बाहर, जुहू में किसी रेस्तरां के बाहर या मुंबई हवाई अड्डे पर आते-जाते पैपराजी उनसे कहीं भी टकरा सकते हैं। उन्हें वर्सोवा के मछली बाजार में भी देखा जा सकता है, जहां वे इस उम्मीद में घंटों बिताते हैं कि कोई बंगाली अदाकारा रविवार की सुबह वहां आ सकती है। उनकी एक वायरल फोटो मिनटो में सोशल मीडिया के माध्यम से लाखों लोगों तक पहुंच जाती है।
इन दिनों बॉलीवुड में हर जगह पैपराजी मौजूद हैं। जया जैसी वरिष्ठ हस्तियां उनकी उपस्थिति से नाराज हो सकती हैं, लेकिन नए जमाने के कई सितारों का पूरा समूह है, जो पैपराजी द्वारा अपनी ‘निजता’ का उल्लंघन पसंद करते हैं। रणधीर कपूर को कभी भी उन पर नाराज होते नहीं देखा गया, जो पिछले पांच साल से उनके नाती तैमूर अली खान का पीछा करते रहते हैं।जबसे तैमूर ने घर से बाहर कदम रखा है, तबसे लगातार वह दर्जनों कैमरे का सामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया सर्फर्स ने तैमूर की हर तस्वीर को पसंद किया, जिसने स्कूल में दाखिला लेने से पहले ही उन्हें रातोरात सोशल मीडिया की सनसनी बना दिया था।
आज कई स्टार केवल कैमरामैन की मेहरबानी से ही सुर्खियों में हैं। राखी सावंत से लेकर मलाइका अरोरा तक और उर्फी जावेद से लेकर अंजली अरोड़ा जैसे सेलेब्स को फिल्मों और टीवी सीरीज से ज्यादा लोकप्रियता का श्रेय उन तस्वीरों और रील्स को देना होगा, जो पैपराजी हर दिन सर्कुलेट करते रहते हैं।
शुक्र है कि सारा अली खान, अनन्या पांडे और जाह्नवी कपूर जैसे नए जमाने के स्मार्ट कलाकारों ने न केवल अपने फैनबेस का विस्तार करने के लिए, बल्कि अपने करिअर को आगे बढ़ाने के लिए पैपराजी का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना सीखा है। वे जानती हैं कि उनका एक वायरल फोटो उन्हें उनके बारे में लिखे गए दर्जनों लेखों और साक्षात्कारों की तुलना में अधिक ध्यान आकर्षित कर सकता है। इसलिए आज ऐसा लगता है कि मनोरंजन जगत के पत्रकारों ने वैसे सितारों के लिए अपनी उपयोगिता खो दी है, जिन्हें लगता है कि पैपराजी उनके नए भाग्यविधाता हैं।