बजरंगी भाईजान से खास बातचीत
राजकुमार हिरानी ने पीके के माध्यम से पाकिस्तान को सकारात्मक मैसेज दिया पर गदर जैसी तमाम फिल्में कड़वाहट भरती आई हैं, बजरंगी भाईजान इस लिहाज से क्या परोसेगी?
बजरंगी भाईजान हर लिहाज से भारत पाक के रिश्तों को भावनात्मक मजबूती देगी। सांप्रदायिक सौहार्द का परचम लहराने वाली इस फिल्म में सकारात्मकता ही ज्यादा है, भावनाएं संवेदनाए हैं, नफरत के बजाय दोस्ती, भाईचारे की पहल करती है यह फिल्म।
पाकिस्तान में आपके बहुत प्रशंसक हैं। सुगबुगाहट थी आप इस फिल्म के प्रचार के लिए पाकिस्तान जाने वाले थे
था नहीं, अब भी जाना चाहता हूं। मैं दोनों मुल्कों की दूरी मिटाना चाहता हूं। जब हम दुबई जा सकते हैं तो पाकिस्तान क्यों नहीं। मैं अपने पाकिस्तानी प्रशसकों की इज्जत करता हूं। मौका मिले तो जरूर उनसे रुबरु होऊंगा।
अपना प्रोडक्शन हाउस खोलने की कोई खास वजह?
कोई खास वजह नहीं। कई कहानियां इतनी अच्छी लगती हैं कि फिल्म बनाने की इच्छा होती है। अपना प्रोडक्शन हाउस होगा तो फिल्में बनाना आसान होगा।
आने वाली फिल्म सुल्तान के लिए कोई खास तैयारी की है?
बहुत। और अभी कर रहा हूं। वजन बढ़ाना है।
आपकी निजी जिंदगी में कौन सी महिला बहुत महत्वपूर्ण है?
मेरी अम्मी सलमा खान। मेरी बहनें अर्पिता और अलवीरा।
आपकी दरियादिली काफी मशहूर है?
पहले इमोशनल फूल था। पर जब देखा लोग इस बात का फायदा उठा रहे हैं, तो प्रैक्टीकल बन गया। अब जल्द मुझे लोग उल्लू नहीं बना पाते।
बजरंगी भाईजान में एक छोटी बच्ची भी है। उसे प्रचार से दूर क्यों रखा गया?
उसे परदे पर देखने में ही मजा आएगा। पूरी फिल्म में मैंने उसे कंधो पर उठाया है। लेकिन दरअसल उसने पूरी फिल्म को अपने नाजुक कंधो पर उठाया है।