पलाश सेन के जन्मदिन पर कू एप के फाउंडर ने भेजा खास संदेश
'धूम' म्यूजिक एल्बम फेम यूफोरिया के लीड सिंगर पलाश सेन आज अपना 57वाँ जन्मदिन मना रहे हैं। 23 सितंबर 1965 को बनारस में जन्म लेने वाले पलाश पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन संगीत का जुनून उनमें शुरू से ही बढ़-चढ़कर रहा, जिसका सबब है कि वह आज अपने गानों की वजह से लाखों दिलों की धड़कन हैं।
भारत के अपने सोशल मीडिया मंच, कू एप के को-फाउंडर मयंक बिदवात्का के दिल में भी उनके कॉलेज के दिनों से पलाश बेशकीमती जगह बनाए हुए हैं, जिसका ज़िक्र आज उन्होंने स्वयं किया है।
मयंक ने कू एप पर एक इमोशनल मैसेज शेयर किया है और पलाश को बधाई देते हुए स्वीकार किया है कि वह अपने कॉलेज के दिनों से ही उनके फैन रहे हैं।
@palashsen आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। मेरे कॉलेज के दिनों से ही आपका फैन रहा हूँ
आगे एक सुपर वर्ष हो!
कू एप लिंक :
Mayank Bidawatka just posted a Koo
Mayank Bidawatka Posted on Koo: @palashsen A very happy birthday to you. Been your fan since my college days
'धूम पिचक धूम' गाने से प्रसिद्ध हुए पलाश सेन के बैंड यूफोरिया ने कई खूबसूरत गाने दिए हैं, जिन्हें आज भी लोगों को गुनगुनाते हुए देखा जाता है। माएरी और मेरी गली भी इन्हीं पसंदीदा गानों में से हैं।
पलाश सेन खुद भी कू ऐप पर काफी सक्रिय हैं और यहां अपने विचार और गाने शेयर करते रहते हैं
कू एप लिंक :
Dr. Palash Sen just posted a Koo
I am a woman's man .. totally! But this is the first and only song I have ever written from the woman's perspective.. Perfect jam for a beautiful Sunday evening.. Performed by the river Chambal in Kota.. Did she ever feel this way or was it just my romantic foolishness?
सन् 1998 में पलाश सेन सहित कुछ मेडिकल स्टूडेंट्स ने मिलकर यूफोरिया रॉक बैंड बनाया था। इस बैंड के लीड सिंगर पलाश सेन बाकी सिंगर्स से अलग हैं। वह हमेशा ही बॉलीवुड से दूरी बनाए रखते हैं, जिसका कारण है कि वे स्वतंत्र रहना पसंद करते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात से तकलीफ है कि हमारे देश में बॉलीवुड इंडस्ट्री तो है, लेकिन म्यूजिक इंडस्ट्री नहीं। म्यूजिक इंडस्ट्री, फिल्म इंडस्ट्री का महज़ एक हिस्सा है।
पलाश सेन शायद दुनिया के एकमात्र व्यक्ति हैं जो मंगलसूत्र पहनते हैं। अपनी अलग पहचान वाले पलाश दरअसल अपनी माँ का मंगलसूत्र पहनते हैं और इसके पीछे का कारण उन्होंने एक इंटरव्यू में बताते हुए कहा, "यह मेरी माँ का मंगलसूत्र है, पापा के जाने के बाद उन्होंने इसे पहनना छोड़ दिया। तो, इसे अब मैं पहनता हूँ और चूँकि मेरी शादी हो चुकी है, तो यह सही भी है.. शादी के इन चिह्नों को यदि कोई पुरुष पहनता है, तो इसमें कोई गलती नहीं है।"