अमेजन प्राइम वेबसीरीज मिर्जापुर-2 को लेकर विरोध तेज
अमेजन प्राइम वेबसीरीज मिर्जापुर २ को लेकर विरोध जारी है तथा स्थानीय सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सीरीज के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर विरोध प्रकट किया है।
अपनादल प्रमुख अनुप्रिया ने अपने संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर को बदनाम करने वाली कहानी बताते जांच की मांग की है। अब मिर्जापुर जिले के विधायक रत्नाकरमिश्र भी आगे आ गये हैं। उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग की है।
उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव को भी मिर्जापुर २ वेबसीरीज नहीं अच्छी लगी। वे फिल्म के हिंसा और नग्नता तथा भाषा को लेकर अपना विरोध योगी आदित्यनाथ से करेंगे। श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह के सीरीज को स्टूडेंट्स और युवा वर्ग ज्यादा देखते हैं। हिंसा उनके मन मस्तिष्क पर प्रभाव डालती है। वेबसीरीज को भी सेंसर बोर्ड की स्वीकृति आवश्यक होनी चाहिए।
आमेजन प्राइम पर मिर्जापुर २ के प्रदर्शन के बाद जिले के नकारात्मक छवि को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सांसद अनुप्रिया के ट्विट के बाद मामला गरमा गया है। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर विकासरत है। यह समरसता का केन्द्र है। मिर्जापुर वेबसीरीज के माध्यम से इसे हिंसक इलाका बताया कर बदनाम किया जा रहा है। इस सीरीज के माध्यम से वैमनस्यता फैलाई जा रही है ।
स्थानीय भाजपा विधायक रत्नाकरमिश्र भी इस सीरीज के विरोध में खड़े हो गए हैं। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपना विरोध दर्ज करायेंगे। उन्होंने कहा कि यह सीरीज में मिर्जापुर जिले की गलत छवि प्रस्तुत की गयी है। यह आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक जिला है। पाषाण कालीन अवशेष यहां मौजूद हैं। पर्यटन के क्षेत्र में सर्वाधिक सम्भावना वाले इस जिले की छवि को नुकसान पहुच रहा है। इसे रोका जाना चाहिए।
चर्चित वेबसीरीज मिर्जापुर २ को लेकर यहां बुध्दिजीवियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओ ने भी अपना विरोध दर्ज कराया है। जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र भेजा गया है। वेबसीरीज में मिर्जापुर को एक हिंसक जिले के रूप में भले ही दर्शाया गया है।
पर वास्तविकता इससे इतर है। दो तीन दशक पहले कई गैंगवार चर्चित रहे हैं। पर अब यह शांत जिले की श्रेणी में है। फूलन देवी और ददुआ के भाई बालकुमार यहां से सांसद होने या सीमापरिहार के चुनाव लड़ने से इसकी छवि हिंसा वाली नहीं है।