बेंगलूरू में रिलीज नहीं होगी ‘कोर्ट’
एक साथ कई भाषा में बनी फिल्म ‘कोर्ट’ को यूं तो इस साल के राष्ट्रीय पुरस्कार में सम्मानित होने का मौका मिला है। चैतन्य ताम्हणे की यह फिल्म खूब तारीफ भी बटोर रही है, मगर इसके, ‘संवेदनशील, राजनैतिक और खतरे से भरी हुई’ सामग्री के कारण इस फिल्म का बेंगलूरू में प्रदर्शन रोक दिया गया है। इस खबर के बाद कल्कि ने ट्वीट किया, ‘क्षेत्रीय राजनीति के कारण इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं होगा। मैं उदास हूं।’
चैतन्य ताम्हणे की इस फिल्म की कहानी एक लोक कलाकार के बहाने भारत की कानून व्यवस्था की पड़ताल करती है। कोर्ट में चल रही बहस से परत दर परत चीजे उघड़ती हैं। कानून और अन्य व्यवस्था पर सवाल उठाती यह फिल्म हिंदी के अलावा, मराठी, अंग्रेजी और गुजराती में है।
71 वें अंतरराष्ट्रीय वेनिस फिल्म फेस्टीवल के अलावा यह फिल्म देश-विदेश में धूम मचा चुकी है। इस साल इसे राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड में श्रेष्ठ फीचर फिल्म के अवॉर्ड से नवाजा गया है।