सिक्किम बाढ़ : मृतक संख्या बढ़कर 34 हुई, वायुसेना ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालना शुरू किया
सिक्किम को तबाह करने वाली तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद गाद और मलबे से अब तक सेना के 10 जवानों सहित 34 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 105 से अधिक लोगों की तलाश जारी है जो अब भी लापता हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। वायु सेना ने हिमालयी राज्य सिक्किम में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है और फंसे हुए पर्यटकों के पहले जत्थे को लाचेन से उत्तरी सिक्किम के मंगन तक पहुंचाया है।
अचानक आई बाढ़ से कुल 6,505 लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने चार जिलों में 26 राहत शिविरों में शरण ली है। अचानक आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 85,870 थी। इस बीच, मुख्यमंत्री तमांग ने अपने आधिकारिक आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई जहां उन्होंने मुख्य सचिव वीबी पाठक, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और अन्य अधिकारियों के साथ चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की।
एक अधिकारी ने बताया कि बैठक रक्षा बलों के साथ मिलकर फंसे हुए लोगों को तेजी से बचाने के उपायों पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी। एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने सिक्किम में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू कर दिया है और लाचेन से मंगन तक फंसे पर्यटकों के पहले जत्थे को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित जगह पहुंचाया है। इसने लाचेन तक आपातकालीन सेवा कर्मियों और आवश्यक साजो सामान भी पहुंचाया।
अधिकारी ने कहा कि पूर्वी वायु कमान मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) कार्यों का समन्वय कर रही है। उन्होंने कहा कि वायुसेना बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जिसने इस छोटे से हिमालयी राज्य को तबाह कर दिया है। रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘मौसम की स्थिति में सुधार होते ही फंसे हुए पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।’’
मौसम विभाग ने सोमवार को अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कई स्थानों पर गरज और बिजली कड़कने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। इस बीच पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा है कि उन्होंने अब तक तीस्ता नदी से 40 शव बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक 10 शवों की पहचान की जा चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि चूंकि दोनों राज्यों में तीस्ता द्वारा छोड़ी गई गाद और मलबे से अब भी शव मिल रहे हैं, इसलिए विस्तृत जानकारी जुटाने के बाद अगले कुछ दिनों में मृतकों की कुल संख्या स्पष्ट हो जाएगी।