बेंगलुरु से जल्दी क्यों लौट आए नीतीश कुमार? असंतोष की अटकलों को किया खारिज, जानिए क्या बताई वजह
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को उन खबरों का खंडन किया, जिनमें ये बताया जा रहा था कि वह नवगठित गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने को लेकर बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी सम्मेलन से असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत खुश हैं।
सीएम नीतीश कुमार ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया हो जाएगा। जेडी(यू) नेता ने कहा, “बैठक बहुत सार्थक रही और हम सभी परिणाम से बहुत खुश हैं। मैं कॉन्क्लेव के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हो सका क्योंकि मुझे पटना वापस आना था। मेरा प्रयास 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों को एकजुट करना है… और अब चीजें आकार ले रही हैं।”
गौरतलब है कि विपक्षी दलों की बैठक में देश भर की 26 पार्टियों के शामिल होने के तुरंत बाद, भाजपा नेता सुशील मोदी ने दावा किया था कि कुमार प्रेस वार्ता में शामिल हुए बिना ही पटना लौट आए क्योंकि वह गठबंधन का संयोजक नहीं बनाए जाने से ''नाराज'' थे।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कुमार ने पूछा, ''सुशील मोदी को कौन गंभीरता से लेता है?'' कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को घोषणा की कि कॉन्क्लेव में गठित INDIA (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन) नामक विपक्षी गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से मुकाबला करेगा।
बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद प्रेस वार्ता में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव मौजूद नहीं थे। इसके अलावा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई और नेता भी इस मौके पर उपस्थित नहीं थे। बेंगलुरु में मिले 26 दलों ने नेताओं ने नाम के अलावा यह भी तय किया कि एक 11 सदस्यीय समन्वय समिति जाएगी। साथ ही अभियान संचालन और विभिन्न उप समितियों के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए दिल्ली में एक सचिवालय बनाया जाएगा।
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "विपक्षी दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी, इसकी तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी। एक 11 सदस्यीय समन्वय समिति बनाई जाएगी। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी।"