टीएमसी और बीजेपी पर कम्युनिस्ट पार्टी का हमला, सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देने का लगाया आरोप
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव मोहम्मद सलीम ने रविवार को पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और केंद्र की भाजपा सरकार की तीखी आलोचना की और उन पर सांप्रदायिक राजनीति एवं भ्रष्ट आचरण के जरिये रोजगार के मुद्दों की उपेक्षा करने तथा लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
स्थानीय ब्रिगेड परेड ग्राउंड में माकपा की युवा शाखा ‘डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (डीवाईएफआई) की ओर से आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए सलीम ने कहा कि वामपंथी दल राज्य में टीएमसी और राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
माकपा और तृणमूल कांग्रेस विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। माकपा नेता ने आरोप लगाया, ‘‘जिन्होंने कभी पाकिस्तान और पुलवामा हमले (2019 के लोकसभा चुनाव से पहले) के नाम पर राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया था, वे अब धर्म, जाति और पंथ के आधार पर जनता के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं।’’
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य सलीम ने टीएमसी पर निशाना साधा और राज्य में सत्तारूढ़ दल पर अपने नेताओं को केंद्रीय जांच एजेंसियों से बचाने के लिए ‘‘भाजपा के साथ गुप्त समझौता’’ करने का आरोप लगाया।