एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को बनाया उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, पीएम मोदी ने जताई खुशी
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को भारत के उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। यह घोषणा जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के कुछ हफ्तों बाद की गई। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होना है, जबकि नामांकन की अंतिम तिथि 22 अगस्त निर्धारित की गई है।
बीजेपी संसदीय बोर्ड की रविवार को बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का नाम अंतिम रूप दिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सीपी राधाकृष्णन को NDA का उम्मीदवार बनाया जाए।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने ट्वीट (एक्स) कर कहा, "अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में, थिरु सी.पी. राधाकृष्णन जी ने अपनी लगन, विनम्रता और बुद्धिमत्ता से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। विभिन्न पदों पर रहते हुए, उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा और वंचितों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने तमिलनाडु में जमीनी स्तर पर व्यापक कार्य किया है। मुझे खुशी है कि एनडीए परिवार ने उन्हें हमारे गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करने का निर्णय लिया है।"
पिछले महीने जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया और इसे राष्ट्रपति को पत्र के माध्यम से सूचित किया। उनके इस्तीफे के पीछे यह मुख्य कारण माना जा रहा है कि लगातार व्यस्त कार्यक्रम और सार्वजनिक कर्तव्यों के चलते उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा था। हालांकि, एक पक्ष ये भी कहता है कि उनकी सरकार से टकराहट कई मुद्दों पर बढ़ गई थी। धनकड़ का इस्तीफा अपने आप में अभूतपूर्व था।
सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि सीपी राधाकृष्णन का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए इसलिए भी उपयुक्त माना जा रहा है क्योंकि वे संविधान की गहन समझ रखते हैं और उनका प्रशासनिक अनुभव लंबे समय से भारत की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। इसके अलावा, NDA के लिए यह भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है कि उपराष्ट्रपति पद पर मजबूत और प्रतिष्ठित नेता का चयन किया जाए।
उपराष्ट्रपति का पद संसद के कार्य और संवैधानिक जिम्मेदारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य करता है, बल्कि राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन भी करता है। ऐसे में स्वास्थ्य और अनुभव दोनों ही इस पद के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
सीपी राधाकृष्णन के नामांकन के साथ ही NDA ने स्पष्ट कर दिया है कि वे उपराष्ट्रपति चुनाव में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखना चाहते हैं। अब चुनाव प्रक्रिया 22 अगस्त तक नामांकन और 9 सितंबर को वोटिंग के साथ पूरी होगी।