दिल्ली यूनिवर्सिटी 13 से 19 नवंबर तक रहेगा बंद, वायु प्रदूषण को लेकर लिया गया फैसला
दिल्ली विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश आमतौर पर दिसंबर माह में होता है, लेकिन दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के कारण लागू की गई क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के नियमों के मद्देनजर शीतकालीन अवकाश को निर्धारित समय से पहले घोषित किया गया है।
अधिसूचना के मुताबिक विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों और संस्थानों को शीतकालीन अवकाश घोषित करने के लिए कहा गया है। हालांकि, सभी पूर्व निर्धारित परीक्षाएं और साक्षात्कार बिना किसी बदलाव के आयोजित होंगे।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक वायु गुणवत्ता पर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। और साथ ही यह निर्देश दिया कि किसानों को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाना तुरंत बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों में से एक है।शीर्ष अदालत ने कहा कि पहले के आदेश के अनुसार स्थापित स्मॉग टावर काम नहीं कर रहे हैं और सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि उनकी मरम्मत की जाए।
निर्णय समर्थन प्रणाली के आंकड़ों के अनुसार, एक संख्यात्मक मॉडल-आधारित ढांचा जो दिल्ली में कण पदार्थ प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने में सक्षम है, पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण का 38% हिस्सा है। बुधवार और गुरुवार को यह 33% थी और शुक्रवार यानी आज 16% तक होने की संभावना है।