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28 August 2022

ट्विन-टॉवर का हुआ विध्वंस, डॉक्टर्स बोले, जिनको सांस की समस्या वो कुछ दिनों तक उधर न जाएं

रविवार को करीब 100 मीटर ऊंचे सुपरटेक ट्विन टावरों के धराशायी हो जाने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि आसपास रहने वाले लोगों, खासकर सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को अतिरिक्त देखभाल करनी चाहिए और कुछ समय के लिए उस क्षेत्र से दूर रहना चाहिए। 

लगभग 100 मीटर ऊंची संरचनाओं के विध्वंस ने अनुमानित 80,000 टन निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट उत्पन्न किया और हवा में धूल के विशाल बादल भी देखा गया।नडॉक्टरों ने कहा कि अधिकांश धूल के कण 5 माइक्रोन या उससे कम के होते हैं और तेज हवाओं और बारिश जैसी अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के अभाव में कुछ दिनों तक हवा में निलंबित रह सकते हैं।

भारी धूल प्रदूषण से आंखों, नाक और त्वचा में खुजली हो सकती है;  उन्होंने कहा कि खांसने, छींकने, सांस लेने में कठिनाई, फेफड़ों में संक्रमण, नाक बंद, दमा के दौरे और हृदय की समस्याओं में वृद्धि हो सकती है।

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सफदरजंग अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ जुगल किशोर ने कहा, "हवा की गति कम होने की स्थिति में धूल के कण काफी समय तक लंबित रहेंगे। सांस की समस्याओं से पीड़ित लोग - क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे बीमारियों से जूझ सकते हैं।

उन्होंने कहा, "उन्हें प्रभावित क्षेत्र में कम से कम 48 घंटों के लिए संपर्क सीमित करना चाहिए। क्षेत्र में और आसपास रहने वाले अन्य लोगों को कुछ दिनों के लिए व्यायाम से बचना चाहिए।" डॉ किशोर ने कहा कि जिन लोगों को सांस की बीमारी है उन्हें नियमित रूप से दवा लेते रहना चाहिए और अगर उनकी समस्या ज्यादा हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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TAGS: Twin tower, Delhi, Noida, Demolition, Lungs, breathing and respiratory problems
OUTLOOK 28 August, 2022
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