अभी तक अपने-अपने अस्पतालों के परिसरों में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सक आज निर्माण भवन के बाहर जुटे और प्रदर्शन कर विरोध जताया। निर्माण भवन लुटियंस दिल्ली में संसद के पास स्थित है और यहां अन्य विभागों के अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय का भवन भी स्थित है।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चिकित्सकों ने निर्माण भवन के बाहर सड़क के किनारे प्रदर्शन किया। अपने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए हुए चिकित्सकों ने नारे लगाते हुए अपनी सुरक्षा के प्रति गुस्सा और चिंता व्यक्त की। पुलिस ने प्रदर्शन के मद्देनजर सड़क के दोनों ओर बैरिकेड लगाये थे।
रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. राहुल ने कहा, "इस भयावह घटना को घटे एक सप्ताह बीच चुका है। हम पांच दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह अकल्पनीय है कि एक चिकित्सक जो जीवन बचाता है, के साथ निर्ममता से बलात्कार कर हत्या कर दी गई। न्याय और सुरक्षा उपायों के लिए हमारी मांगें अनुचित नहीं हैं। वे आवश्यक हैं।"
बड़ी संख्या में चिकित्सकों के प्रदर्शन में शामिल होने के कारण कई मार्ग बाधित हुए।
इस बीच प्रतिनिधिमंडल के छह सदस्य सरकारी अधिकारियों से मिलने के लिए निर्माण भवन के अंदर चले गए हैं जबकि चिकित्सक विरोध में सड़क पर बैठे हैं।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर विभिन्न रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के प्रतिनिधियों की एक व्यापक संयुक्त बैठक के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में एम्स, राममनोहर लोहिया अस्पताल, डीडीयू अस्पताल आदि की आरडीए ने शिरकत की थी।