बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को होगी अगली सर्व विपक्ष बैठक: कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल
आगामी 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक 17-18 जुलाई को होगी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह बैठक उक्त दिनांक को बेंगलुरु में आयोजित की जाएगी। इससे पहले उन्होंने एएनआई को बताया था, "हम बहुत जल्द तारीख घोषित करेंगे। हम सभी राजनीतिक दलों से बात कर रहे हैं और बिना किसी देरी के तारीख की घोषणा की जाएगी।"
बता दें कि अपने ट्विटर पर बैठक की निर्धारित तिथि साझा करने से पहले कांग्रेस नेता ने कहा था, "बैठक निश्चित रूप से मानसून सत्र शुरू होने से पहले होगी।" गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होकर 20 अगस्त तक चलेगा। अब केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर बैठक के बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा, "पटना में बेहद सफल सर्व-विपक्ष बैठक के बाद, हम 17 और 18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में अगली बैठक करेंगे। हम फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को हराने और देश को आगे ले जाने के लिए एक साहसिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के अपने अटूट संकल्प पर कायम हैं।"
इसके अलावा महाराष्ट्र में हालिया राजनीतिक नाटक को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि इस घटनाक्रम का महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वेणुगोपाल ने कहा, "पीएम मोदी ने हाल ही में एनसीपी नेताओं पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगाया था और अब हमने यह नाटक देखा। यह ईडी और उनकी एजेंसियों का स्पष्ट रूप से प्रायोजित खेल है। इसका एमवीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा।"
"हम भाजपा के खिलाफ और अधिक आक्रामक तरीके से लड़ेंगे। इससे विपक्षी एकता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है, यह एनसीपी का मुद्दा है। शरद पवार पार्टी के सबसे बड़े नेता हैं और वह स्थिति को संभालने में सक्षम होंगे। कुछ नेताओं के पार्टी बदलने का मतलब यह नहीं है कि पार्टी के समर्थक और अन्य सदस्य उनके साथ जाएंगे।''
बैठक की बात करें तो इससे पहले जदयू के मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी संवाददाताओं से कहा था कि विपक्ष की बैठक निर्धारित 13-14 जुलाई को नहीं होगी और तारीख भी जल्द तय होगी। विदित हो कि 23 जून को बिहार के पटना में पहली एकता बैठक आयोजित होने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कथित तौर पर 10 और 12 जुलाई को शिमला में अगली बैठक आयोजित करने की घोषणा की थी।
इससे पहले पटना में उद्घाटन बैठक में, पवार, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रमुख नीतीश कुमार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सहित शीर्ष विपक्षी नेताओं ने इस प्रस्ताव को रखने का संकल्प लिया था कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ वे एकजुट होकर लड़ेंगे।