विशाखापत्तनम के बाद रायगढ़ में भी हुई गैस लीक, 7 मजदूर घायल, तीन की हालत गंभीर
विशाखापत्तनम के बाद अब छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से गैस रिसाव की खबर आ रही है। हादसा एक पेपर मिल में हुआ है। इस हादसे में 7 मजदूरों के घायल होने की खबर है जबकि तीन की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिन्हें तुरंत बड़े अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। हादसा रायगढ़ के तेतला गांव की है।
घटना रायगढ़ के शक्ति पेपर मिल की है। जहां पेपर कारखाना की सफाई करने के लिए मजदूरों को भेजा गया था। इस दौरान पेपर मिल में जहरीली गैस का रिसाव शुरू हो गया। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में बेहोश पड़े मजदूरों को बाहर निकाला गया और स्थानीय संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 7 मजदूरों में से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें रायपुर रेफर किया गया है।
'मिल मालिक ने हमसे घटना को छिपाने की कोशिश की'
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में संचालित एक पेपर मिल में एक टैंक की सफाई के दौरान अचानक गैस लीक होने के बाद मिल के सात मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीन की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह और कलेक्टर यशवंत कुमार अस्पताल में भर्ती उन मरीजों से मिलने पहुंचे, जो जिले के एक पेपर मिल में गैस रिसाव के कारण अस्वस्थ हो गए थे। इस दौरान एसपी ने कहा कि मिल मालिक ने हमसे घटना को छिपाने की कोशिश की और पुलिस को सूचित नहीं किया। इस पर मामला दर्ज किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, घटना अपराह्न तीन बजे की है। पेपल मिल मालिक सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद वहां से गायब हो गया। इधर, जब मजदूरों की तबीयत बिगड़ने लगी तो प्रशासन को इस बात की सूचना दी गई, जिसके बाद पूरा मामला प्रकाश में आया। इधर मिल मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
आज गैस लीक के दो मामले आए सामने
बता दें कि गुरुवार को गैस लीक की अब तक दो खबरें सामने आ चुकी हैं। इससे पहले विशाखापत्तनम की केमिकल टैंक से जहरीली गैस लीक होने का मामला सामने आया, जहां अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 246 की हालत गंभीर बनी हुई है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के इस हादसे को भी विशाखापत्तनम में हुए गैस लीक की घटना के तर्ज पर देखा जा रहा है, जहां लॉकडाउन के तीसरे चरण में फैक्ट्रियों में काम करने की मंजूरी के बाद मिलों में सफाई की जा रही थी, जिस दौरान गैस लीक का ये हादसा हुआ। दोनों जगहों पर इस तरह का हादसा होना बताता है कि दूसरे प्रांतों में भी इस तरह का हादसा हो सकता है।