उत्तर प्रदेश के बागपत में धार्मिक आयोजन के दौरान लकड़ी का ढांचा गिरने से 7 लोगों की मौत, करीब 60 घायल
बागपत जिले के बड़ौत शहर में मंगलवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान लकड़ी का अस्थायी ढांचा गिरने से सात लोगों की मौत हो गई और करीब 60 लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि यह घटना सुबह करीब 8 बजे बड़ौत में गांधी रोड पर श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज मैदान में भगवान आदिनाथ के 'अभिषेक' के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुई।
यह आयोजन श्री 1008 आदिनाथ भक्तांबर प्रचार के तत्वावधान में जैन समुदाय के मोक्ष कल्याणक निर्वाण महोत्सव का हिस्सा था। अधिकारियों ने बताया कि घायलों में से 20 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 39 का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में करीब 100 लोग मौजूद थे।
पुलिस ने बताया कि मानस्तंभ परिसर में बने 65 फुट के अस्थायी मंच की लकड़ी की सीढ़ियां टूट गईं, जिससे मंच पर मौजूद और उसके पास खड़े श्रद्धालु नीचे गिर गए। अधिकारियों ने बताया कि घटना के संबंध में एक ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। इससे पहले दिन में जिला मजिस्ट्रेट अस्मिता लाल ने संवाददाताओं को बताया कि दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई और 39 घायल हो गए। उन्होंने कहा कि पिछले 30 वर्षों से यहां वार्षिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है।
बाद में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट पंकज वर्मा ने पीटीआई को बताया कि इलाज के दौरान दो और लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या सात हो गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 39 लोगों का इलाज चल रहा है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता नहीं मिल सकी और उन्हें ई-रिक्शा में अस्पताल ले जाना पड़ा, क्योंकि एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि लकड़ी का ढांचा बनाने वाले ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए अनुमति ली थी। उन्होंने कहा, "हम घटना की जांच कर रहे हैं।" मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
इस बीच, घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों के अनुसार, अस्थायी सीढ़ियां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का भार सहन नहीं कर सकीं और ढह गईं। समाजवादी पार्टी ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया।
सपा मीडिया सेल ने एक्स पर कहा, "सरकारी और प्रशासनिक लापरवाही और असावधानी के कारण धार्मिक आयोजनों में भीड़ नियंत्रण की कोई निगरानी नहीं की गई...सैकड़ों श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है और कुछ के हताहत होने की अपुष्ट सूचना है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी सुरक्षित रहें।" इसमें कहा गया, "योगी सरकार धर्म के नाम पर तमाशा करने में लगी है, लेकिन लोगों को कोई सुविधा और सुरक्षा नहीं मिल रही है। भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण धार्मिक आयोजनों में अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं...और भाजपा-योगी सरकार अपना पल्ला झाड़ लेती है।"