कासगंज हिंसा: तनावपूर्ण शांति, अब तक 80 लोग गिरफ्तार
गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच हिंसा के बाद इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। हालात सुधारने के उपायों पर चर्चा के लिए आज शांति समिति की बैठक हुई।
अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार गुप्ता ने बताया कि हालात को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। हालांकि आज शहर के नदरई गेट इलाके के बाकनेर पुल के पास एक गुमटी में आग लगा दी गयी। नामजद आरोपियों के घरों पर दबिश दी जा रही है।
The situation is under control now. Accused have been identified and are going to be nabbed soon, one country made bomb and pistol also recovered from residence of one of the accused: Sanjeev Kumar, IG #KasganjClashes pic.twitter.com/8NnZ280vOe
— ANI UP (@ANINewsUP) January 28, 2018
पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हिंसा में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की जाएगी। अब तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घर-घर में तलाशी ली जा रही है। कुछ जगहों से विस्फोटक तत्व बरामद हुए हैं।
Raids conducted at the residence of an accused in connection with #KasganjClashes pic.twitter.com/1fHyhuUgrj
— ANI UP (@ANINewsUP) January 28, 2018
सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व है और इसे मनाने के लिये किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है। इस बीच, हालात के मद्देनजर कासगंज में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई।
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अजय आनन्द ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में दावा कि शहर में डर का माहौल नहीं है। पुलिस ने वारदात पर रोक लगायी है और घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शांति समिति की बैठक में शहर के गणमान्य लोग शामिल थे और बैठक में तय किया गया कि सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोलेंगे।
आगरा के मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि बैठक के दौरान सभी पक्षों ने अपना-अपना नजरिया पेश किया और मौजूदा हालात को लेकर अपनी चिंता जाहिर की। प्रशासन ने उनकी हरसम्भव मदद का आश्वासन दिया है। बैठक में शामिल लोगों से अपने-अपने इलाकों में निगरानी रखने को कहा गया है।
शर्मा ने कहा कि दुकानदारों से कहा गया है कि वे अपने-अपने प्रतिष्ठान खोलें। प्रशासन सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। दुकानें खुलेंगी तो हालात धीरे-धीरे सामान्य हो जाएंगे। जिला प्रशासन वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिह्नित कर रहा है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इस बीच, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कासगंज में हुई घटना को दुखद बताते हुए इसकी निन्दा की। उन्होंने कहा कि जो लोग भी इसके लिये दोषी हैं, उनमें से एक भी व्यक्ति नहीं बख्शा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद हालात की समीक्षा की है। अपराधी चाहे जितना बड़ा या प्रभावशाली हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कुछ लोग लूटपाट कराने और आपसी मतभेद कराने कोशिश कर रहे हैं। दंगे करने वालों के साथ-साथ फसाद की साजिश करने वाले भी दण्डित होंगे।
मालूम हो कि गणतंत्र दिवस पर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा कासगंज के बड्डूनगर में मोटरसाइकिल रैली निकाले जाने के दौरान दोनों पक्षों के बीच पथराव और गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गयी थी तथा एक अन्य जख्मी हो गया था।
वारदात के दूसरे दिन भी शहर में हिंसा जारी रही। उपद्रवियों ने तीन दुकानों, दो निजी बसों और एक कार को आग के हवाले कर दिया था। प्रशासन ने आज रात दस बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक, अलीगढ के मंडलायुक्त, अलीगढ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक लगातार मौके पर हैं।