मंगलौर पब हादसाः सबूतों के अभाव में 9 साल बाद श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक बरी
मंगलौर पब हमला मामले में श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक समेत अन्य आरोपियों को लोअर कोर्ट से जमानत मिल गई है। पीटीआई के मुताबिक, बरी होनेवालों में 24 अन्य आरोपी भी शामिल हैं। सोमवार को कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
बरी होने के बाद प्रमोद मुथालिक ने अदालत परिसर में संवाददाताओं से कहा, 'हम मानते हैं कि यह एक बड़ी जीत है। हमारे खिलाफ 10 से अधिक धाराओं के तहत मामला दायर किया गया था और आज हम जीत गए हैं।'
क्या था मामला?
24 जनवरी साल 2009 में मंगलौर में एक पब में घुसकर लड़कियों संग मारपीट की थी। इसमें श्रीराम सेना के 40 से अधिक कार्यकर्ताओं के शामिल होने की बात सामने आई थी। इनका कहना था कि इन लड़कियों ने भारतीय संस्कृति को नुकसान पहुंचाया है। घटना में दो महिलाओं को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
आरएसएस से अलग हुए थे मुथालिक
हाल ही में मुथालिक ने कहा था कि आरएसएस से उनकी जान को खतरा है। उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी के 40 साल बर्बाद कर दिए लेकिन अब मेरा मोह भंग हो गया है। आरएसएस हिन्दू एकता की बात करता है लेकिन अपने ही लोगों को नहीं पसंद करता। इससे वो हिंदू एकता के लक्ष्य को कैसे प्राप्त करेंगे।'
हालांकि उन्होंने कहा कि हिंदू एकता में उनका विश्वास अब भी कायम है। मुथालिक आरएसएस और बजरंग दल के फायर ब्रांड नेता रह चुके हैं। हाल ही में वह शिवसेना में शामिल हुए और उन्हें कर्नाटक इकाई का प्रमुख बनाया गया। उन्होंने कहा कि शिवसेना 50 सीटों पर लड़ेगी और बीजेपी को पाठ पढ़ाएगी।