अधीनम्स ने PM मोदी को सौंपा 'सेंगोल', कल नए संसद भवन में होगा स्थापित
नई संसद भवन के उद्घाटन करने से एक दिन पहले पीएम मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के अधीनम्स से उनके आवास पर मुलाकात की। अधीनम ने सत्ता हस्तांतरण के सांस्कृतिक धरोहर सेंगोल को मंत्रोच्चारण के बीच सेंगोल्स सहित विशेष उपहार पीएम को दिए। इस दौरान 21 अधीनम मौजूद रहे। इससे पहले पीएम मोदी को सुनहरा अंगवस्त्रम दिया गया।
पीएम मोदी ने उनका आशीर्वाद लिया और उन्हें सम्मानित भी किया। इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौके पर मौजूद रहीं। सेंगोल को नई संसद में स्थापित करने से पहले एक बार फिर इसको पवित्र जल से शुद्ध किया जाएगा। और फिर वैदिक मंत्रों से संसद गूंजेगी और संसद में शंख-ध्वनि होगी। सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के बगल में पोडियम पर स्थापित किया जाएगा। त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला संसद भवन का निर्माण क्षेत्र 64,500 वर्गमीटर है। इस इमारत के तीन मुख्य द्वार- ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार हैं।
कई विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार के बीच, प्रधान मंत्री रविवार को अत्याधुनिक तकनीक से लैस नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राज्य के प्रमुख के रूप में सम्मान देना चाहिए। राष्ट्रपति को ना बुलाना, देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।
शुक्रवार को, मोदी ने कहा कि नया संसद भवन हर भारतीय को गौरवान्वित करेगा और नए परिसर का एक वीडियो साझा किया। पीएम मोदी ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लोगों से ‘माई पार्लियामेंट माई प्राइड' हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपने ‘वॉयसओवर' के साथ वीडियो साझा करने का भी आग्रह किया था।
वहीं, सेंगोल (राजदंड) पर भाजपा के दावों को कांग्रेस ने झूठा बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि ऐसा कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि सेंगोल (राजदंड) को अंग्रेजों ने सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर आजादी के समय नेहरू को सौंपा था। इससे जुड़े भाजपा नेताओं के सभी दावे गलत हैं।