दिल्ली पुलिस ने 'बॉयज लॉकर रूम' इंस्टाग्राम ग्रुप के एडमिन को किया गिरफ्तार
इंस्टाग्राम 'बॉयज लॉकर रूम' चैटिंग मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने इंस्टाग्राम ग्रुप के एडमिन को गिरफ्तार कर लिया है। इसी ग्रुप के एक मेंबर को 4 मई को हिरासत में लिया गया था। बता दें कि इस इंस्टा ग्रुप पर लड़कियों की अश्लील तस्वीरें और उन्हें लेकर कई भद्दे कमेंट किए जाते थे। पुलिस ने ग्रुप से जुड़ी जानकारी के लिए इंस्टाग्राम को भी नोटिस दिया है।
दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम सेल इस मामले की लगातार जांच में जुटी है। इसी के तहत इस सेल ने अब एडमिन को खोज निकाला है और उसे गिरफ्तार किया है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए नाबालिग से इस इंस्टाग्राम ग्रुप को लेकर पूछताछ हुई, जिसके बाद उसने एडमिन का नाम पुलिस को बताया। इसके अलावा पुलिस को ग्रुप के कुछ अन्य सदस्यों के बारे में भी पता चला है। पुलिस ने कहा कि इंस्टाग्राम समूह के नाबालिगों सहित दस सदस्यों की भी पहचान की गई है।
दिल्ली पुलिस के एडिशनल पीआरओ ने क्या कहा
एडिशनल पीआरओ (दिल्ली पुलिस) अनिल मित्तल ने बताया कि साइबर क्राइम यूनिट ने इंस्टाग्राम से इन लड़कों के बारे में जानकारी मांगी है जो इंस्टाग्राम के मेंबर हैं। इंस्टाग्राम में बने इस प्लेटफार्म की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इस संगठन के लड़कों की डिवाइस को जब्त कर लिया गया है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। ग्रुप के बाकी सदस्यों की क्या-क्या भूमिका रही, इसकी भी जांच हो रही है।
अधिकारियों ने कहा कि इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा 4 मई को आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सामने आए सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला
बॉयस लॉकर रूम स्कैंडल मामला सामने आने के बाद अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में लेटर पिटिशन दाखिल कर मामले में संज्ञान लेने की गुहार लगाई गई है। याचिका में कहा गया है कि ये मामला न सिर्फ प्राइवेसी से जुड़ा हुआ है बल्कि महिला की सेफ्टी का मामला है और साथ ही जूवनाइल को संवेदनशील बनाने और उन्हें काउंसलिंग करने का भी मामला है। सुप्रीम कोर्ट से मामले में दखल की गुहार लगाई गई है।
दिल्ली महिला आयोग ने जारी किया नोटिस
वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इंस्टाग्राम और दिलली पुलिस को नोटिस जारी कर इस ग्रुप के एडमिन व सदस्यों की जानकारी के साथ ही उनका यूजर्स नेम व हैंडल नेम, ईमेल आईडी, आईपी एड्रेस, लोकेशन व अन्य जानकारी मांगी है। आयोग ने कहा है कि एक सोशल मीडिया कंपनी होने के नाते इस प्रकार के कृत्यों पर इंस्टाग्राम को नजर रखनी चाहिए थी और पुलिस को जानकारी देनी चाहिए थी।
आयोग की अध्यक्ष स्वाति ने इसको लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। 'यह काफी चौंकाने वाला मामला है। ऐसे लड़कों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।'
ऐसे सामने आया पूरा मामला
दरअसल, सोमवार सुबह #boyslockerroom ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था। यह इंस्टाग्राम पर बनाए गए एक एकाउंट का नाम है। इस पर कथित तौर पर कुछ स्कूली छात्र न केवल अश्लील चैट कर रहे थे, बल्कि वे इस ग्रुप में लड़कियों की फोटो डालकर सामूहिक दुष्कर्म करने की बात तक कर रहे थे। एक ट्वीटर यूजर ने ग्रुप के स्क्रीन शॉट लेकर सोशल मीडिया पर डाल दिए। इसके बाद इस पूरे मामले का पता चला।