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18 January 2020

दोषियों को माफ करने की इंदिरा जयसिंह की सलाह पर भड़की आशा देवी, कहा- ऐसे लोगों के चलते ही नहीं रुक रहे रेप

File Photo

राजधानी दिल्ली के 2012 के निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में चारों दोषियों के खिलाफ नया डेथ वारंट जारी होने के बाद उनकी फांसी की सजा को माफ करने को लेकर भी आवाजें उठने लगी है। इसमें वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने भी निर्भया की मां से अपील की है कि वह दोषियों को माफ कर दें। इस पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा है कि इंदिरा जयसिंह कौन है जो मुझे सुझाव दे रही हैं? पूरा देश चाहता है दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। सिर्फ उनके जैसे जैसे लोगों की वजह से बलात्कार पीड़ितों के साथ न्याय नहीं होता है।

बता दें कि देश की जानी-मानी वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से अपील की है कि वे अपने बेटी के बलात्कारियों को माफ कर दें। इंदिरा जयसिंह ने इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हवाला दिया है।  

बलात्कारियों को माफी दें पीड़िता की मां- इंदिरा जय सिंह

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इंदिरा जय सिंह ने कहा कि वे आशा देवी के दर्द और तकलीफ से पूरी तरह से सहानुभूति रखती हैं, लेकिन उनसे अपील करना चाहती हैं कि वे सोनिया गांधी की तरह उदाहरण पेश करें जिन्होंने नलिनी को माफ किया और कहा कि वे उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं। इंदिरा जय सिंह ने कहा वे उनके साथ हैं, लेकिन मौत की सजा के खिलाफ हैं। वकील जयसिंह ने ट्वीट कर यह अपील की है। जब दिल्ली की एक अदालत ने चार दोषियों की फांसी की तारीख को टाल दिया, तब निर्भया की मां आशा देवी ने निराशा जाहिर की और उसके तुरंत बाद वकील इंदिरा जयसिंह ने यह अपील की।

'इंदिरा जयसिंह कौन होती हैं'

निर्भया के इंसाफ के लिए कानून जंग लड़ने वाली निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि विश्वास नहीं हो सकता है कि इंदिरा जयसिंह ने इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत भी कैसे की। उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट में कई कई बार उनसे मिली हूं। उन्होंने कभी मेरे बारे में नहीं सोचा और आज वह दोषियों के लिए कैसे बोल रही हैं। आशा देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोगों की रोजी रोटी बलात्कारियों का समर्थन करके चलती है, इसलिए बलात्कार की घटनाएं बंद नहीं होती हैं।

राजनीतिक लाभ के लिए फांसी की सजा पर रोक लगा दी

इससे पहले शुक्रवार को आशा देवी ने कोर्ट और सरकार पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था, 'साल 2012 में जो लोग रैली में भाग लेने गए थे और महिलाओं की सुरक्षा के लिए नारे लगाए थे और वही आज अपनी राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी की मौत के साथ खेल रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए फांसी की सजा पर रोक लगा दी है।'

एक फरवरी को सुबह 6 बजे होगी फांसी

बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वारंट कोर्ट ने जारी कर दिया है। चारों दोषियों को अब 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा। इससे पहले चारों दोषी विनय, मुकेश, पवन और अक्षय को 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी दी जानी थी, लेकिन एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की थी, राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी। इसके बाद पटियाला कोर्ट ने फांसी देने की नई तारीख मुकर्रर की है।

क्या है गांधी परिवार का मामला

नलिनी राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी ठहराई गई हैं। 1991 में उन्हें इस मामले में जेल भेजा गया था। नलिनी 26 सालों से जेल में बंद है। साल 2008 में प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनसे मुलाकात भी की थी. गांधी परिवार ने उन्हें माफ कर दिया है।

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OUTLOOK 18 January, 2020
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