ED चीफ को लेकर SC के फैसले के बाद विपक्षी दलों ने घेरा तो अमित शाह बोले- खुशी मनाने वाले भ्रमित हैं, ईडी निदेशक कौन है यह महत्वपूर्ण नहीं
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) प्रमुख संजय कुमार मिश्रा को दिए गए तीसरे सेवा विस्तार को अवैध घोषित किए जाने के सुप्रीम कोर्ट पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। जिस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पलटवार करते हुए कहा कि ईडी निदेशक कौन है, यह महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि जो कोई भी इस भूमिका को संभालेगा, वह विकास विरोधी मानसिकता रखने वाले हकदार वंशवादियों के बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पर ध्यान देगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट और कानून के गलत पक्ष पर काम करने वालों पर कार्रवाई करने की ईडी की शक्तियां वही रहेंगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ईडी मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी मनाने वाले लोग विभिन्न कारणों से भ्रमित हैं।अमित शाह ने कहा कि ईडी एक ऐसी संस्था है जो किसी एक व्यक्ति से ऊपर है और अपने मुख्य उद्देश्य को प्राप्त करने पर केंद्रित है यानी मनी लॉन्ड्रिंग के अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की जांच करना।
उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्ट हैं और कानून के गलत पक्ष पर हैं, उन पर कार्रवाई करने की ईडी की शक्तियां वही हैं क्योंकि ईडी एक ऐसी संस्था है जो किसी एक व्यक्ति से ऊपर उठती है और अपने मूल उद्देश्य को प्राप्त करने पर केंद्रित है - यानी, जांच करना। मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध और विदेशी मुद्रा कानूनों का उल्लंघन।
उन्होंने कहा, "इस प्रकार, ईडी निदेशक कौन है - यह महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि जो कोई भी इस भूमिका को ग्रहण करेगा वह विकास विरोधी मानसिकता रखने वाले हकदार वंशवादियों के एक आरामदायक क्लब के बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार पर ध्यान देगा।"
फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये सरकार के चहरे पर जोरदार तमाचा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से विस्तार देने के उद्देश्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है। ये केंद्र सरकार की बड़ी विफलता है।