Advertisement
03 October 2023

अन्नाद्रमुक प्रमुख ई के पलानीस्वामी ने कहा- अंतिम है भाजपा से नाता तोड़ने का फैसला, उनका ध्यान तमिलनाडु के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने पर

file photo

बीजेपी से नाता तोड़ने के बाद अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) पार्टी प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा है कि फैसला 'अंतिम' है और यह अकेले उनका फैसला नहीं है, बल्कि पार्टी के दो करोड़ कार्यकर्ताओं का फैसला है। कि पलानीस्वामी ने कहा कि उनका ध्यान तमिलनाडु के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने पर है। राज्य भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई की टिप्पणियों पर टकराव के बीच अन्नाद्रमुक ने पिछले महीने भाजपा के साथ अपना गठबंधन समाप्त कर दिया था।

पलानीस्वामी ने कहा, "दो करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक परामर्शी बैठक में अपनी भावनाएं साझा कीं। इसी आधार पर एआईएडीएमके ने एनडीए से बाहर निकलने का फैसला लिया।" रिपोर्ट में कहा गया है, "पार्टी के महासचिव के रूप में यह मेरा निर्णय नहीं है। यह अन्नाद्रमुक कैडर का निर्णय है। जब कोई प्रस्ताव अपनाया जाता है, तो वह अंतिम होता है।" उन्होंने कहा, "गठबंधन धर्म के कारण हम उन मुद्दों का समर्थन करने के लिए मजबूर थे जिन पर हम सहमत नहीं थे। अब हमें ऐसी किसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा।"

उन्होंने कहा,"कुछ लोग पूछ रहे हैं कि हमारा प्रधान मंत्री उम्मीदवार कौन है। 2019 में, क्या ओडिशा के सीएम, पश्चिम बंगाल के सीएम, केरल, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सीएम ने अपने पीएम उम्मीदवारों को आगे करके चुनाव का सामना किया था? जिस तरह से उन्होंने राज्य की रक्षा के लिए चुनावों का सामना किया था अधिकार, अन्नाद्रमुक तमिलनाडु के लोगों के अधिकारों की भी रक्षा करेगी। हम लोगों से मिलेंगे और उनके वोट मांगेंगे। लोग हमारे स्वामी हैं।"

Advertisement

अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि पार्टी संसद में तमिलनाडु के लोगों की आवाज उठाएगी। उन्होंने कहा, "हम तमिलनाडु के लोगों के वोटों से जीते हैं। संसद में हम उनकी आवाज बनेंगे। यह हमारी विचारधारा है। अगर मुस्लिम और ईसाई जैसे अल्पसंख्यक समुदायों को किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है, तो अन्नाद्रमुक वह पार्टी होगी जो उनके लिए आवाज उठाएगी।"

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
OUTLOOK 03 October, 2023
Advertisement