स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात के बाद एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल का विरोध क रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल अब वापस ले ली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इससे पहले डॉक्टरों से रविवार को मुलाकात की थी और उम्मीद जताई थी कि वे काम पर लौट जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने शंकाएं दूर कीं
हर्षवर्धन ने रेजिडेंट डॉक्टरों के एसोसिएशन (आरडीए) के प्रतिनिधियों से अपने आवास पर मुलाकात की थी। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि उन्होंने एनएमसी बिल को लेकर उनकी शंकाओं का समाधान किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एम्स के डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से अपने आवास पर मुलाकात की और उन्हें फिर बताया कि एनएमसी विधेयक मेडिकल एजूकेशन के फील्ड में बड़ा बदलाव है जो कि 130 करोड़ लोगों की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने की दिशा में वरदान साबित होगा।
हड़ताल की अवधि का वेतन नहीं कटेगा
इसके बाद आरडीए ने बयान जारी कर हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी। वहीं, एम्स प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि 1 से 3 अगस्त तक बुलाई गई हड़ताल के दौरान डॉक्टरों को ऑन ड्यूटी माना जाएगा, जैसा कि आश्वासन स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव ने दिया था। हड़ताल कर रहे डॉक्टरों को शनिवार को अल्टीमेटम जारी कर एम्स रजिस्ट्रार ने कहा था कि अगर वे काम पर नहीं लौटे तो उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
सफदरजंग अस्पताल में हड़ताल अभी खत्म नहीं
एम्स के डॉक्टरों के विपरीत सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अभी भी हड़ताल खत्म नहीं की है और उन्होंने सामान्य सेवाएं शुरू नहीं की हैं। सूत्रों के अनुसार यहां के डॉक्टर खत्म करने के हड़ताल के बारे में फैसला करने वाले हैं।