दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बेहद 'खराब श्रेणी' में दर्ज, नोएडा की हवा भी हुई 'जहरीली'
दिवाली के बाद से ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर शहरों में भी हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। दिल्ली-एनसीआर में दिवाली के दिन से जो हालात बिगड़े वह सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसके पीछे पटाखे फोड़े जाने और पराली जलाने के अलावा, मौसमी परिस्थितियों को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
राजधानी में वायु गुणवत्ता बहुत ‘खराब श्रेणी’ में बनी हुई है। इसके साथ ही एनसीआर के शहरों नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में है। शनिवार सुबह दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 355, मथुरा रोड क्षेत्र में 340 और नोएडा में 392 दर्ज किया गया।
शुक्रवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 357 था, जबकि शनिवार सुबह नौ बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स 396 दर्ज किया गया जो बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर है। दिल्ली में 36 जगहों पर मौजूद प्रदूषण निगरानी के लिए केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों के डाटा के अनुसार 18 जगहों पर एयर इंडेक्स 400 से अधिक दर्ज किया गया। इस वजह से इन जगहों पर हवा गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। आनंद विहार, शादीपुर, एनएसआइटी द्वारका व वजीरपुर सबसे अधिक प्रदूषित जगह रहे।
इससे पहले आनंद विहार में शुक्रवार देर रात वायु गुणवत्ता सूचकांक 464 दर्ज किया गया था। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार शाम राष्ट्रीय राजधानी की समग्र वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रही, क्योंकि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 309 पर पहुंच गया।