Advertisement
09 November 2023

दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर 'गंभीर', आज होगी 'आप' सरकार के सभी मंत्रियों की बैठक

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अब भी 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। इसका मतलब है कि दिल्ली में सांस लेना भी फिलहाल एक बड़ी चुनौती है। गुरुवार सुबह भी शहर के कई हिस्सों में जहरीला धुआं छाया रहा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दोपहर सरकार के सभी मंत्रियों की एक बैठक भी बुलाई है।

पर्यावरण मंत्री के कार्यालय के अनुसार, बैठक में वित्त एवं राजस्व मंत्री आतिशी, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन शामिल होंगे।

बैठक दोपहर 12:30 बजे दिल्ली सचिवालय में होगी। अधिकारियों ने बताया, ''दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली के सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई।"

Advertisement

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ''हवा की गति इतनी देर तक कभी भी स्थिर नहीं रही है। ऐसे में हम (प्रदूषण के) सभी स्रोतों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर हमने प्रदूषण पर काबू नहीं पाया तो स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। इसलिए हम इतने सख्त कदम उठा रहे हैं। चाहे विंटर एक्शन प्लान हो, GRAP हो या सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश को लागू करना हो।"

पंजाब में पराली जलाने पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ''पिछले साल की तुलना में पराली बहुत कम जल रही है। पहले पराली बड़े पैमाने पर जलाई जाती थी। अब जब बुआई का मौसम आ रहा है तो जलाने की होड़ मची है। यह सब। हम वहां के लोगों से बात कर रहे हैं। हमें वहां तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।"

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR-India) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, आनंद विहार में एक्यूआई 432 (गंभीर श्रेणी) दर्ज किया गया, जबकि आरके पुरम क्षेत्र में एक्यूआई 453 (गंभीर श्रेणी) रहा।

इसी तरह, पंजाब बाग में वायु गुणवत्ता 444 (गंभीर श्रेणी) दर्ज की गई, जबकि आईटीओ 441 (गंभीर श्रेणी) पर है। कनॉट प्लेस इलाके के एक स्थानीय निवासी ने कहा, "प्रदूषण बहुत अधिक है। हर किसी को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हम अपनी आंखों में जलन का अनुभव कर रहे हैं।"

एक अन्य निवासी ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "प्रदूषण बहुत सारी समस्याएं पैदा कर रहा है। सांस लेने में कठिनाई हो रही है और सरकार को कुछ करना चाहिए।"

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक वायु गुणवत्ता पर गंभीर चिंता व्यक्त की और निर्देश दिया कि किसानों को पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाना तुरंत बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों में से एक है।

यह भी पाया गया कि प्रदूषण से निपटने के लिए वाहनों के लिए सम-विषम जैसी योजनाएं महज़ दिखावा हैं। वायु गुणवत्ता में गिरावट की चिंताओं को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सोमवार को 13 से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन नियम फिर से लागू करने का फैसला किया। ऑड-ईवन नियम को आगे बढ़ाने पर फैसला बाद में लिया जाएगा।

8-सूत्रीय कार्य योजना के अनुसार, दिल्ली में ट्रक यातायात (आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले / आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले ट्रकों और सभी एलएनजी / सीएनजी / इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर) के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।

इस बीच, नोएडा और गाजियाबाद जिला प्रशासन ने वायु गुणवत्ता की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए शुक्रवार तक स्कूलों में सभी शारीरिक कक्षाएं बंद करने का फैसला किया है। प्रशासन ने स्कूलों को सुझाव दिया कि वे ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचालित करें।

सर्दियों के महीनों के दौरान वायु प्रदूषण का स्तर कई कारणों से अधिक हो सकता है, जिसमें धूल और वाहन प्रदूषण, शुष्क-ठंडा मौसम, पराली जलाना, फसल के मौसम के बाद फसल के अवशेष जलाना और यात्रा करना शामिल है।

डॉक्टरों की मानें तो, किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के लिए अनुशंसित एक्यूआई 50 से कम होना चाहिए, लेकिन इन दिनों एक्यूआई 400 से भी अधिक हो गया है, जो कई गंभीर बीमारियों को न्योता दे सकता है। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Delhi air pollution, delhi government, severe air quality level, poisonous smog exist
OUTLOOK 09 November, 2023
Advertisement