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14 December 2020

किसान आंदोलन के समर्थन में आए अन्ना हजारे, बोले- जल्द मसला नहीं सुलझा तो करेंगे अनशन

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किसानों के आंदोलन पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ये मसला जल्द नहीं सुलझाती है तो वो अनशन करेंगे। हजारे की अन्य मांगों में कृषि लागत एवं दाम आयोग (सीएसीपी) को स्वायत्ता प्रदान करना शामिल है। हजारे ने कहा है कि कब और कहां आंदोलन होगा, इसके बारे में जल्द जानकारी दी जाएगी। इससे पहले 8 दिसंबर को केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में अन्ना हजारे एक दिन के अनशन पर थे।

भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले हजारे फरवरी 2019 में महाराष्ट्र में अपने गांव रालेगणसिद्धि में उपवास पर बैठ गए थे। तत्कालीन केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने हजारे लिखित आश्वासन दिया था कि केंद्र सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों तथा अन्य कृषि संबंधी मांगों पर चर्चा के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन करेगी, जिसके बाद उन्होंने अपना उपवास खत्म कर दिया था।

अन्ना हजारे ने कहा था कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार को 'लोकपाल आंदोलन' के दौरान हिला दिया गया था. उन्होंने कहा था, “मैं इन किसानों के विरोध को भी उसी तर्ज पर देख रहा हूं। किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के दिन मैंने रालेगण-सिद्धि में अपने गांव में एक दिन का उपवास किया था और किसानों की मांगों पर मेरा पूरा समर्थन है।

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पत्र में अन्ना हजारे ने कहा कि उनकी मांगों पर तत्कालीन कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने रालेगणसिद्धी में आकर लिखित आश्वासन दिया था, अभी तक इसका पालन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “इसलिए 5 फरवरी 2019 का रुका हुआ अनशन फिर से शुरू करने की सोच शुरू हो गई है। जल्द ही अनशन कहां करना है, कब करना है, तिथि सब तय होने के बाद लिखकर आपको अवगत करूंगा।”

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OUTLOOK 14 December, 2020
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