जामिया में हिंसाः इंडिया गेट पर दो घंटे धरने पर बैठीं प्रियंका, कहा- इस सरकार के खिलाफ लड़ेंगे
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार की शाम इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं। करीब दो घंटे तक धरने पर बैठने के बाद उन्होंने कहा कि यह देश छात्रों का है, छात्र देश की आत्मा हैं और उन्हें अपनी आवाज उठाने का अधिकार है। मोदी सरकार का रवैया तानाशाही है और कांग्रेस का हर कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ लड़ेगा। नागरिकता संशोधन कानून को संविधान के खिलाफ बताते हुए उन्होंने कहा कि सबको इसका विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध, डूबती अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी पर क्यों नहीं बोल रहे? कल छात्रों के साथ जो सुलूक किया गया, उस पर क्यों नहीं बोलते?
प्रियंका के साथ धरने पर ये नेता भी
प्रियंका गांधी के साथ केसी वेणुगोपाल, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल और पार्टी के अन्य नेता भी धरने पर बैठे। इससे पहले रविवार को प्रियंका गांधी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इस सरकार को जनता की आवाज से डर है, इसलिए वे छात्रों पर पत्रकारों को दबा कर अपनी मौजूदगी दर्ज कर रही है। रविवार की रात किए गए एक ट्वीट में प्रियंका गाधी ने कहा कि पीएम को युवाओं की आवाज सुननी होगी। प्रियंका ने कहा कि यूनिवर्सिटी में घुसकर उसके अंदर छात्रों को पीटा जा रहा है। ऐसे समय में जब सरकार को जनता की आवाज सुननी चाहिए, उस वक्त बीजेपी सरकार नॉर्थ ईस्ट, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में छात्रों और पत्रकारों पर जुल्म ढा रही है। यह सरकार डरपोक है।
हिंसा और बंटवारे की जननी है मोदी सरकारः सोनिया गांधी
नागरिकता कानून पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'मोदी सरकार हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है और युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है।'
उन्होंने कहा है कि सरकार का काम है शांति व सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना। पर भाजपा सरकार ने देश व देशवासियों पर हमला बोल दिया है। सोनिया गांधी ने कहा है कि सत्ता में बैठे लोग ही जब हिंसा करवाएं, संविधान पर आक्रमण करें, देश के युवाओं को बेरहमी से पिटवाएं, कानून की धज्जियां उड़ाएं तो फिर देश चलेगा कैसे?
क्या है मामला
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की जामिया मिलिया इस्लामिया के नजदीक न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प हो गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की चार बसों और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी। झड़प में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकलकर्मी समेत करीब 60 लोग घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को कड़कड़ाती ठंड में जामिया के प्रवेश द्वार के बाहर कमीज उतारकर प्रदर्शन भी किया।