ट्राई प्रमुख का आधार डेटा नहीं हुआ 'हैक', साझा की गई सूचनाएं पहले से थीं सार्वजनिक: UIDAI
आधार और डेटा सुरक्षा को लेकर लंबे समय से बहस जारी है। इस बीच भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष ने अपने ट्विटर हैंडल पर आधार कार्ड नंबर से जुड़ी एक चुनौती दी थी। लेकिन चुनौती के कुछ समय बाद उनकी कुछ निजी जानकारियां कथित तौर पर ‘लीक’ हो गईं।
लेकिन अब यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने 'हैकिंग' की खबरों को खारिज किया है। एएनआई के मुताबिक, UIDAI ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि ट्राई प्रमुख राम सेवक शर्मा से जुड़ी जो भी जानकारी ट्विटर पर साझा की गई, वह आधार डेटाबेस से या UIDAI सर्वर से नहीं ली गई। कथित तौर पर ‘हैक’ की हुई सूचना पहले से ही सार्वजनिक हैं। वह सालों से सरकारी अफसर हैं इसलिए ये सूचनाएं गूगल और दूसरी साइट्स पर आसानी से उपलब्ध हैं।
Any information published on Twitter about RS Sharma wasn't fetched from Aadhaar database or UIDAI’s servers. In fact, this so–called “hacked” information was already available in public domain as he being a public servant for decades & was easily available on Google &other sites
— ANI (@ANI) July 29, 2018
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, आरएस शर्मा ने आधार की पुख्ता सुरक्षा का दावा करते हुए अपना 12 अंकों का आधार नंबर ट्विटर पर जारी कर दिया। उन्होंने चैलेंज दिया कि कोई उनका डेटा लीक करके दिखाए। उनकी इस चुनौती के कुछ घंटे बाद ही उनकी निजी जानकारियां कथित तौर पर लीक हो गईं।
खुद को फ्रांस का बताने वाले एक यूजर एलियट एल्डरसन ने अपने ट्विटर हैंडल '@एफएसओसी131वाई' पर कई सिलसिलेवार ट्वीट्स में दावा किया उसने ये आंकड़े शर्मा के आधार नंबर से जुटाए हैं। इसमें शर्मा का पता, जन्मतिथि, वैकल्पिक फोन नंबर आदि शामिल था।
एल्डरसन ने लिखा, "आधार संख्या असुरक्षित है। लोग आपका निजी पता, वैकल्पिक फोन नंबर से लेकर काफी कुछ जान सकते हैं। मैं यहीं रुकता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप समझ गए होंगे कि अपना आधार संख्या सार्वजनिक करना एक अच्छा विचार नहीं है।"
ट्विटर यूजर ने लिखा कि वो आधार के खिलाफ नहीं है, लेकिन आधार नंबर उजागर करना कितना खतरनाक है इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आरएस शर्मा, आधार परियोजना के समर्थक माने जाते हैं। उनका कहना है कि यह विशिष्ट संख्या किसी की निजता का उल्लंघन नहीं करता है तथा सरकार को इस तरह के डेटाबेस बनाने का अधिकार है, ताकि वह सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत नागरिकों को सब्सिडी दे सके। लिहाजा उन्होंने ट्वीट कर कहा, "मेरा आधार संख्या 762177682740 है। मैं चुनौती देता हूं कि आप कोई ठोस उदाहरण दें कि इसे जानकर आप मुझे कोई हानी पहुंचा सकते हैं।"
इस ट्वीट के कुछ घंटे बाद ही एंडरसन ने शर्मा को जबाव देते हुए ट्वीट किया, "आपके आधार संख्या के साथ 995858**** फोन नंबर जुड़ा है। यह नंबर आपके सचिव का है।"
एंडरसन ने शर्मा की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा, "मैं समझता हूं कि इस तस्वीर में आपकी पत्नी और बेटी हैं।"