भारत-पाकिस्तान विदेश मंत्रियों की वार्ता रद्द होने पर आर्मी चीफ बोले, सरकार का फैसला सही
संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के दौरान भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता रद्द होने पर आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने भारत सरकार का समर्थन किया है। आर्मी चीफ ने कहा, ‘शांति वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं हो सकते। सरकार ने वार्ता रद्द करके सही फैसला किया है।‘
आर्मी चीफ ने कहा, ‘हमारी सरकार की नीति है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं हो सकते। हमने पाकिस्तान को साफ-साफ मैसेज दिया है कि वह कुछ ऐसा करके दिखाए, जिससे साबित हो कि वो आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं।"
उन्होंने कहा, 'इमरान खान जब पाकिस्तान में सत्ता में आए तो उन्होंने शांति का संदेश देने की कोशिश की। लेकिन हमें समझना होगा कि क्या पाकिस्तान की पूरी व्यवस्था शांति चाहती है।'
चीफ बिपिन रावत ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा, "आप खुद बार-बार खुद बोलते हैं कि हम अपनी सरहद का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के इलाके में आतंकवाद गतिविधि के खिलाफ होने नहीं देगें। लेकिन हम देख रहे हैं कि आतंकवाद गतिविधि हो रही है और आतंकी सरहद के पार से आ रहा है।"
BSF जवान की हत्या पर जनरल रावत ने जताई नाराजगी
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने BSF जवान की हत्या पर नाराजगी जताते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी। जनरल रावत ने कहा है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का वक्त आ गया है।
वहीं जनरल रावत के बयान के बाद पाकिस्तान ने कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार हैं, लेकिन उसने अपने लोगों के हित में शांति के रास्ते पर चलना पसंद किया है।
रावत के बयान के बाद पाकिस्तान की तरह से प्रतिक्रिया आई है। डॉन अखबार की एक खबर के मुताबिक, दुनिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि देश का आतंकवाद से लड़ने का लंबा रिकॉर्ड रहा है और हम शांति के लिए कीमत जानते हैं।
बीएसएफ जवान की हत्या करने के भारत के दावे को खारिज करते हुए गफूर ने कहा- हमने पिछले दो दशकों में शांति कायम करने के लिए संघर्ष किया है. हम कभी किसी सैनिक का अपमान करने के लिए कुछ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, भारत पहले भी हम पर एक जवान के शव को क्षत विक्षत करने का आरोप लगाया था। हमारी पेशेवर सेना है, हम कभी ऐसे काम नहीं करते। पाकिस्तानी सेना युद्ध के लिए तैयार है, लेकिन हमने पड़ोसियों और क्षेत्र के लोगों के हित में शांति की राह पर चलना पसंद किया है।