कांग्रेस में वापसी से पहले राहुल गांधी से मिले थे अरविंदर सिंह लवली
दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस में वापसी करने जा रहे हैं। अरविंदर सिंह लवली 9 महीने के भीतर ही बीजेपी छोड़ कांग्रेस में वापस आ रहे हैं।
शीला दीक्षित नीत सरकार में पूर्व मंत्री रहे लवली ने इससे पहले आज पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस अवसर पर उनके साथ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन भी थे। राहुल ने पार्टी में उनका स्वागत किया।लवली के पार्टी में आने की घोषणा एआईसीसी में दिल्ली प्रभारी पी सी चाको और माकन ने संवाददाता सम्मेलन में की।
Mujhe kaafi accha lag raha hai ki woh waapis aagaye hain. Unhone realise kara ki end mein apna ghar hi accha hota hai: Sheila Dikshit, Congress. pic.twitter.com/Q4KcJK4lqr
— ANI (@ANI) February 17, 2018
BJP leader Arvinder Singh Lovely rejoins Congress in presence of Ajay Maken, PC Chacko and others in #Delhi. pic.twitter.com/jvxDtWsGOq
— ANI (@ANI) February 17, 2018
Mere liye koi khushi ka nirnay (leaving Congress, joining BJP) nahi tha. Peedha mein liya hua decision tha woh. Ideologically main wahaan (BJP) misfit tha: Arvinder Singh Lovely after rejoining Congress. pic.twitter.com/tS6VY8IxP6
— ANI (@ANI) February 17, 2018
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लवली बीजेपी छोड़ शनिवार दोपहर 12 बजे औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने इस बात की जानकारी शनिवार को मीडिया को दी।
#Delhi: 'Arvinder Singh Lovely has re-joined Congress' says Ajay Maken. Lovely had joined BJP from Congress nine months back. pic.twitter.com/NqUwDZMptN
— ANI (@ANI) February 17, 2018
एमसीडी चुनाव से पहले लवली और दिल्ली यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष अमित मलिक कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। अमित शाह ने अरविंदर सिंह लवली को बीजेपी में औपचारिक रूप से शामिल करवाया था। इस मौके पर मनोज तिवारी भी मौजूद थे।
Congress leader and former Delhi minister Arvinder Singh Lovely joins BJP pic.twitter.com/Vmswc6GBRs
— ANI (@ANI) April 18, 2017
कांग्रेस छोड़ने के बाद लवली ने अजय माकन पर आरोप लगाया था कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जिस तरह माकन पार्टी को चला रहे हैं और वरिष्ठ नेताओं को नजरंदाज कर रहे हैं, उससे उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंची, जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ी।
लवली की पार्टी में वापसी दिल्ली में 20 आप विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद होने वाले संभावित उपचुनाव से पहले पार्टी को एकजुट करने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। शीला ने भी लवली के पार्टी में आने का स्वागत किया है।