आर्यन खान केस: मुंबई क्रूज ड्रग मामले की जाच में थी कई खामियां, NCB की रिपोर्ट में खुलासा
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक आंतरिक रिपोर्ट से पता चला है कि बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े ड्रग-ऑन-क्रूज मामले की जांच में कई खामियां थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एजेंसी के सात से आठ अधिकारियों के व्यवहार के बाद संदेह हुआ है। उनके काम में कई कमियां थी। आर्यन खान को इस साल की शुरुआत में मई में सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया था, जब एनसीबी ने मुंबई क्रूज रेड में स्टार किड के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिलने की बात स्वीकार की थी।
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि आर्यन खान मामले से निपटने में अपने अधिकारियों द्वारा अनियमितता के आरोपों की जांच के लिए एनसीबी द्वारा गठित एक विशेष जांच दल या एसआईटी ने अपनी सतर्कता रिपोर्ट दिल्ली में अपने मुख्यालय को भेज दी है। मामले में सबूतों के अभाव होने पर भी जांच की जा रही थी और मामले को आगे बढ़ाया जा रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में करीब 65 लोगों ने गवाह के रूप में पेश किया और सात से आठ लोगों ने कथित तौर पर कई बार अपने बयान भी बदले। जांच के अन्य क्षेत्रों में भी खामियां पाई गईं। एक बड़े अधिकारी ने बताया कि इन मामलों में पैसों का लेनदेन हुआ है या नहीं, इस बात की जांच की जा रही है पर इस एंगल में जांच अभी पूरी नहीं हुई है क्योंकि शिकायतकर्ता ने अपना जवाब ही बदल दिया है।
पिछले साल, 23 वर्षीय आर्यन खान ने उस समय सुर्खियां बटोरीं, जब उन्हें एनसीबी ने अक्टूबर में एक कथित ड्रग बस्ट में गिरफ्तार किया था। एनसीबी द्वारा कॉर्डेलिया क्रूज शिप पार्टी पर ड्रग छापे के कुछ ही घंटों बाद, उन्हें 3 अक्टूबर को पुलिस ने हिरासत में लिया था। आर्यन खान और कुछ अन्य पर प्रतिबंधित दवाओं के कब्जे, खपत, बिक्री/खरीद और साजिश और उकसाने के लिए एनडीपीएस अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
तीन सप्ताह से अधिक समय तक, स्टार बेटे को मुंबई की आर्थर रोड जेल में कैद किया गया था। बाद में कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि आर्यन खान के पास कोई अवैध पदार्थ नहीं पाया गया। 30 अक्टूबर को आर्यन खान आर्थर रोड जेल से बाहर आए।