एएसडीसी नेशनल ऑटोमोबाइल ओलंपियाड का सफलतापूर्वक समापन: तीन छात्रों ने मारी बाजी
ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और नेशनल प्रोग्राम ऑन करियर अवेयरनेस (एनपीओसीए) के साथ साझेदारी में आयोजित एएसडीसी नेशनल ऑटोमोबाइल ओलंपियाड का सफलतापूर्वक समापन शुक्रवार को गाजियाबाद के एकेजी इंजीनियरिंग कॉलेज में हुआ। इस ओलंपियाड का उद्देश्य ऑटोमोटिव उद्योग में स्कूली छात्रों की रुचि को जगाना और उन्हें बेसिक से एडवांस तक जानकारी देना था। इस प्रतियोगिता में देशभर के विभिन्न स्कूलों से कक्षा 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने तीन कैटेगरी में भाग लिया था।
ग्रुप-1 (कक्षा 6 से 8) में साकेत संदीप विजेता बने, प्रथम उपविजेता हीरल शर्मा और दूसरे उपविजेता इशान स्नेही रहे। ग्रुप-2 (कक्षा 9 और 10) में, रुद्र राजू ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि दिव्यज्योति सेनापति और मयंक कुमार राय ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। ग्रुप-3 (कक्षा 11 और 12) के लिए, सौहार्द रॉय ने इस श्रेणी में पहला स्थान हासिल किया, जबकि अनुज भट्टाचार्य और आयुष्मान साहो ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
सीबीएसई के संयुक्त सचिव (कौशल शिक्षा) रवींद्र पाल सिंह ने कहा, “ऑटोमोबाइल ओलंपियाड युवा प्रतिभा को पोषित करता है और छात्रों में इस क्षेत्र के प्रति जुनून पैदा करता है। छोटी उम्र से ही ऑटोमोटिव करियर में कौशल और रुचि को बढ़ावा देकर प्रोफेशनल तैयार करने के मकसद से ओलंपियाड का आयोजन किया जा रहा है। इस इंडस्ट्री में नई टेक्नोलॉजी के आने से वर्कफोर्स को स्किल्ड करना बहुत जरूरी है।
एएसडीसी के वाइस प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, और ऑटोमोटिव क्षेत्र हमारे देश की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है। भविष्य में इस क्षेत्र में कुशल लोगों की जरूरत होगी। नई तकनीक और आइडिया के लिए युवाओं को अभी से ट्रेंड किया जा रहा है, ताकि देश के विकास में यह युवा अपनी भूमिका निभा सके।
एएसडीसी कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन केवल ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के क्षेत्र में स्किल, अपस्किल एवं री-स्किल के लिए काम करती है। श्री गुलाटी ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा, उत्साह और नवाचार को बढ़ावा देकर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। यदि आप सीखना सीखते हैं, सीखने की ललक है तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।”
एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लाहिरी ने ऑटोमोबाइल ओलंपियाड के महत्व और युवा कौशल को बढ़ाने में एएसडीसी की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हम इस ओलंपियाड के माध्यम से अगली पीढ़ी के बीच नौकरी के अवसरों, भविष्य की संभावनाओं, आर्थिक विकास और ऑटोमोबाइल उद्योग के पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सीबीएसई के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।"
सभी प्रथम स्थान विजेताओं ने संयुक्त रूप से एएसडीसी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एएसडीसी ने विद्यार्थियों को अपने ज्ञान और कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच दिया, जिससे आगे इस क्षेत्र में करियर के अवसर के बारे में पता चला है।