पंजाब के गुरदासपुर की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट, 23 लोगों की मौत, कई फंसे
पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने से 23 लोगों की मौत हो गई है और 27 लोग घायल हो गए हैं। पटाखा फैक्ट्री की दो इमारतों में 50 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। धमाके की गूंज काफी तेज थी।घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन समेत पुलिस के जवान बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर दमकल विभाग के कई कर्मी पहुंच चुके हैं। बचाव टीम लगातार फंसे हुए लोगों तक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारवालों को 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
राहत कार्य जारी
ताजा जानकारी के मुताबिक, धुंआ तेज होने की वजह से लोगों को बाहर इमारतों से निकालने में मुश्किल हो रही है। आस-पास के लोग भी इस धमाके से प्रभावित हुए हैं। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त दोपहर के करीब चार बज रहे थे। घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन समेत पुलिस के जवान बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके पर दमकल विभाग के कई कर्मी पहुंच चुके हैं। बचाव टीम लगातार फंसे हुए लोगों तक मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
सीएम कैप्टन अमरिंदर, सनी देओल ने जताया दु:ख
इस घटना पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुख जताया है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि एसएसपी की अगुआई में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। साथ ही गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल ने भी घटना पर दुख जताया है। वहीं उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायल जल्द स्वस्थ हों। हादसे पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, पंजाब के बटाला में पटाखा फैक्ट्री में धमाके में कई अनमोल जिंदगियों के हताहत होने का समाचार बहुत दुखदायी है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि!
लाखों के नुकसान का अनुमान
बुधवार को हुए इस हादसे में लाखों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। यह भी अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि फैक्ट्री वैध थी या नहीं। अगर फैक्ट्री वैध थी तो उसमें किस हद तक सुरक्षा के मानक अपनाए गए। घटना के विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।