कांग्रेस सांसद बालू धानोरकर का निधन: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं ने जताया शोक
महाराष्ट्र से कांग्रेस के एकमात्र लोकसभा सदस्य सुरेश नारायण धानोरकर उर्फ बालू धानोरकर का मंगलवार को सुबह गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी।
धानोरकर 47 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी प्रतिभा धानोरकर और दो बेटे हैं। प्रतिभा धानोरकर वरोरा-भद्रावती विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता अतुल लौंधे ने कहा, ‘‘बाबूभाऊ ने मंगलवार को तड़के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उनका इलाज चल रहा था।’’
धानोरकर के पिता नारायण धानोरकर (80) का लंबी बीमारी के बाद नागपुर में शनिवार शाम निधन हो गया था और रविवार को उनका अंतिम संस्कर किया गया। लेकिन सांसद बालू धानोरकर अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. और अन्य नेताओं ने धानोरकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘‘चंद्रपुर से लोकसभा सांसद श्री बालूभाऊ धानोरकर के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यन्त दुखद है। वे अपने क्षेत्र और महाराष्ट्र के विकास के लिए प्रयत्नशील रहे। उनके प्रियजन और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ चंद्रपुर से लोकसभा सांसद बालूभाऊ नारायणराव धानोरकर जी के निधन से दुखी हूं। उन्हें सार्वजनिक सेवा और गरीबों को सशक्त बनाने में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं। ओम शांति।’’
चंद्रपुर से लोकसभा सदस्य धानोरकर की 26 मई को नागपुर के एक अस्पताल में गुर्दे में पथरी के लिए सर्जरी की गई थी, लेकिन कुछ जटिलताओं के कारण रविवार को उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा, ‘‘गुर्दे में पथरी के इलाज के लिए उन्हें पिछले सप्ताह नागपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उन्हें नई दिल्ली ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।’’
धानोरकर के पार्थिव शरीर को मंगलवार दोपहर उनके गृहनगर वरोरा ले जाया जाएगा और अंतिम संस्कार बुधवार सुबह किया जाएगा।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘सुरेश धानोरकर के निधन की खबर से दुखी हूं। उन्होंने अपना जीवन आम लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने और उनकी आशाओं तथा अपेक्षाओं को लोकसभा तक पहुंचाने के लिए समर्पित कर दिया।’’
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लोकसभा में अपने सहयोगी के आकस्मिक निधन से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने ट्वीट किया, ‘‘सुरेश नारायण धानोरकर के असामयिक निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। वह जमीन से जुड़े नेता थे।’
राहुल गांधी ने कहा कि धानोरकर के निधन से कांग्रेस परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा, ‘‘वह हमेशा हमारी यादों में रहेंगे।’’
कांग्रेस नेता एवं सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, ‘‘ यह जानकर दुख हुआ कि कांग्रेस के हमारे संसदीय सहयोगी सुरेश नारायण धानोरकर (महाराष्ट्र के चंद्रपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद) का निधन हो गया…वह केवल 47 वर्ष के थे। उनके करीबियों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।’’
धानोरकर ने चंद्रपुर जिले में बालासाहेब ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और 2014 में विधानसभा चुनाव जीता। वह चंद्रपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हंसराज अहीर का गढ़ माना जाता था। धानोरकर 2019 में शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चंद्रपुर सीट से चुनाव लड़ा और अहीर को 44,763 मतों के अंतर से शिकस्त दी।
लोकसभा में धानोरकर महाराष्ट्र से कांग्रेस के एकमात्र सांसद थे।