विवादों के बीच अमित शाह ने सबरीमाला मंदिर में दर्शन की जताई इच्छा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पहाड़ी स्थित सबरीमला मंदिर की 17 नवम्बर से शुरू होने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा अवधि के दौरान मंदिर में दर्शन पूजन की इच्छा जतायी है। पीटीआई के मुताबिक, यह बात भाजपा के एक नेता ने सोमवार को कही।
शाह ने उन श्रद्धालुओं के प्रति अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया है जो भगवान अयप्पा मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे हैं। भाजपा की केरल इकाई के एक वरिष्ठ नेता ने तिरूवनंतपुरम में कहा, ‘‘भाजपा अध्यक्ष ने सबरीमला मंदिर जाने की इच्छा जतायी है। यद्यपि अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है।’’
शाह ने मुख्यमंत्री विजयन की आलोचना की थी
शाह ने सबरीमला प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की तीखी आलोचना करते हुए गत सप्ताह दावा किया था कि राज्य में एक ‘‘आपातकाल जैसी’’ स्थिति है। उन्होंने राज्य सरकार पर ‘‘आग से खेलने’’ का आरोप लगाया था। शाह ने कहा था कि यदि राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं को आहत करना बंद नहीं किया तो भाजपा कार्यकर्ता उसे गिराने के लिए बाध्य होंगे।
विजयन ने जताई थी आपत्ति
शाह की टिप्पणी पर विजयन की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जतायी गई जिन्होंने भाजपा अध्यक्ष की चेतावनी को उच्चतम न्यायालय, संविधान और देश की न्यायिक प्रणाली पर एक ‘‘हमला’’ करार दिया। प्रदर्शनों के संबंध में पुलिस रविवार तक 3500 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
12 महिलाओं को प्रवेश करने से रोका गया
मंदिर परिसर और आधार शिविरों में बड़ी संख्या में रह रहे श्रद्धालुओं ने 17 और 22 अक्टूबर के बीच मंदिर के मासिक पूजा के लिए खुलने के दौरान माहवारी आयुवर्ग वाली कम से कम 12 महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। आंदोलन तेज करते हुए भाजपा नीत राजग ने प्रसिद्ध मंदिर की परंपराओं की रक्षा के लिए रविवार को कासरगोड से सबरीमला तक आठ नवम्बर से छह दिवसीय रथयात्रा निकालने की घोषणा की। विभिन्न अन्य आंदोलनों में राज्य के डीजीपी के तिरूवनंतपुरम स्थित कार्यालय के बाहर अनशन करना भी शामिल है।